अगर कोई मुझे इस्लाम से खारिज करता है, तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता- वसीम रिज़वी

राम मंदिर के निर्माण के लिए प्रयास तेज हो गए हैं। इसे लेकर आज शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी भगवान श्री राम की पवित्र नगरी अयोध्या पहुंचे। साथ ही वे यहां भगवान श्री राम जन्मभूमि के ऑफिस भी पहुंचे।

वसीम रिजवी ने राम मंदिर निर्माण के लिए 10000 रु का चंदा भी दिया। उन्होंने राम मंदिर निर्माण में पत्थरों की तलाश पूरी करने के लिए यहां चंदा दिया हैं। इस दौरान वसीम रिजवी कट्टर मुसलमानों और राम मंदिर विरोधियों पर निशाना साधने से भी नही चूके।

शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने राम मंदिर को लेकर कहा कि जरूरत हो तो मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाया जाए। राम जन्मभूमि कार्यालय पहुंचने के साथ ही रिजवी ने श्री राम मंदिर आंदोलन के पुरोधा नृत्य गोपाल दास से भी उनके आश्रम में मुलाकात की। साथ ही उन्होंने गोपाल दास जी को उनके जन्मदिवस के शुभ अवसर पर बधाई भी दी।

उन्होंने उन्हें और राम मंदिर के विरोधियों को लताड़ते हुए कहा कि जो कट्टरपंथी जहनियत के मुसलमान थे, उन्होंने ही यह राम मंदिर तोड़ा था और यह वही लोग हैं जिन्होंने सऊदी अरब में भी मोहम्मद साहब की बेटी के मकबरे जन्नत-उल बकी को तोड़ा है।

जो लोग राम मंदिर का विरोध कर रहे हैं, वो गद्दार हैं। रिजवी ने विरोधियों के मुंह पर जोरदार तमाचा देते हुए कहा कि दुनिया जानते है कि श्री राम जन्मभूमि कहां हैं।

उन्होंने कहा कि कट्टरपंथी मुसलमान उनके खिलाफ हैं और अगर कोई मुझे इस्लाम से खारिज करना चाहता है तो खारिज करके दिखाए। रिजवी ने कहा, ‘मैं किसी कट्टरपंथी मुसलमान की वजह से इस्लाम में नहीं हूं बल्कि जन्म से और सोच से हूं। इसलिए अगर कोई मुझे इस्लाम से खारिज करता है तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।