नई दिल्ली, 31 जनवरी: अपनी फिल्म विश्वरूपम पर पाबंदी की वजह से कमल हासन ने एक बार फिर अपनी नाराजगी और गुस्से का इजहार किया है। अपने फैन्स का शुक्रिया अदा करते हुए कमल हासन का कहना है कि उनकी फिल्म का मकसद किसी के जज़बात को ठेस पहुंचाना नहीं है, उन्होंने साफ अल्फाज़ो में कहा कि वो मज़हब नहीं सियासत के शिकार हुए हैं। हासन साथ देने वालों को भी शुक्रिया कहा। कमल हासन का कहना है कि अगर दोबारा मेरी फिल्मों के साथ इस तरह का बर्ताव हुए तो वो मुल्क छोड़ देंगे।
वहीं तमिलनाडु में विश्वरूपम पर लगी रोक पर पहली बार वज़ीर ए आला जयललिता ने बयान देकर इस तनाज़े सुलझने का इशारा दिया है। अपनी हुकूमत पर लग रहे इल्ज़ामों के बीच जयललिता ने कहा कि विश्वरूपम फिल्म कानून निज़ाम के लिए खतरा है। जया ने कहा कि हुकूमत महज 87226 पुलिस वालों के साथ 7 करोड़ लोगों की सेक्युरिटी की गारंटी नहीं ले सकती थी। 24 मुस्लिम तंज़ीमो ने इस फिल्म की मुखालिफत की है। फिल्म को तमिलनाडु के 524 सिनेमाघरों में रिलीज होना है।
इसके अलावा विश्वरूपम पर सयासी हलचलें भी तेज हो गई है। कांग्रेस तर्जुमान राशिद अल्वी के मुताबिक किसी भी फिल्म को हरी झंडी देते वक्त सेंसर बोर्ड को उसे ध्यान से देखना चाहिए। उधरस बीजेपी सदर राजनाथ सिंह ने कहा कि इस मामले में जो भी कोर्ट का हुक्म हो उसे मानना चाहिए।
जेडीयू का कहना है कि अगर फिल्म से किसी खास फिर्के के लोगों के जज़बात को ठेस पहुंचती है तो उसमें बदलाव किया जाना चाहिए। जबकि शिवसेना ने फिल्म का एहतिजाज करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।