अज़दवाजी ज़िन्दगी की हिकायतों से सबक़ हासिल करनेवाली जशोदाबेन ने अपने शौहर नरेंद्र मोदी के साथ दुबारा वाबस्तगी की ख़ाहिश का इज़हार किया है। वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी से तवील मुद्दत से अलाहदगी इख़तियार करनेवाली अहलिया 62 साला जशोदाबेन ने अपनी ख़ामोशी को तोड़ते हुए कहा कि वो अपने शौहर के साथ रहना चाहती हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि वो उन पर (मोदी) ख़ुद को मुसल्लत करना नहीं चाहती।
अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए जशोधा बैन ने कहा कि अगर वो लेने आएं तो में तैयार हूँ। जशोदाबेन एक मौज़फ़ सरकारी टीचर हैं जो उस वक़्त शुमाली गुजरात में अपने बड़े भाईयों के साथ मुक़ीम हैं। उन्होंने अपने शौहर मोदी से हरगिज़ मुलाक़ात नहीं की जबकि मोदी के वज़ीर-ए-आज़म बनने के बाद उनकी मुलाक़ात नहीं हुई है।
नरेंद्र मोदी ने उन से 1968में उस वक़्त शादी की थी जब वो नौजवान थे लेकिन शादी के फ़ौरी बाद घर छोड़ दिया था। मोदी ने पार्लिमानी इंतेख़ाबात के लिए अपना पर्चा नामज़दगी दाख़िल करते वक़्त पहली मर्तबा जशोदाबेन उनकी बीवी होने का इक़रार किया था। हालिया दिनों में जशोदाबेन को मोदी की कमी महसूस होरही है।
इस लिए उन्होंने अपनी ख़ामोशी को तोड़ा है। ओ जाने वाले होसके तो लूट के आना इस ताल्लुक़ से मोदी पर मेरा कोई फ़ैसला मुसल्लत नहीं होगा, क्योंकि वो वाहिद शख़्स हैं जिन को मै पसंद करती हूँ, ताहम इस ताल्लुक़ से नरेंद्र मोदी ने कोई रद्द-ए-अमल ज़ाहिर नहीं किया।