एक अच्छा उस्ताद तलबा की ज़िंदगी में इन्क़िलाब बरपा कर सकता है और अपने शागिर्दों को असरे हाज़िर के तक़ाज़ों से हम आहंग होने और मुसाबक़त में सब से आगे रहने के क़ाबिल बना सकता है।
प्रोफेसर एस ए शकूर डायरेक्टर सी ई डी एम, उस्मानिया यूनीवर्सिटी ने कहा कि तलबा में एहसास कमतरी को दूर करना, उन में ख़ुद एतेमादी पैदा करना और उन की सलाहियतों को प्रवान चढ़ाना एक अच्छे उस्ताद की पहचान है।
महकमा अक़लीयती बहबूद, हुकूमत आंध्र प्रदेश के ज़ेरे सरपरस्ती मर्कज़ तालीमी तरक़्क़ी बराए अक़लीयती तबक़ात सी ई डी एम जामिआ उस्मानिया की जानिब से गुज़िश्ता उन्नीस साल से म्यारे तालीम को बेहतर बनाने और हुसूल दाख़िला और हुसूल मुलाज़मत के मुख़्तलिफ़ कम्पेटेटिव इम्तेहानात के लिए उन्हें तैयार करने के मुख़्तलिफ़ मंसूबों पर अमल आवरी की जा रही है जिस के ख़ातिरख़्वाह नताइज बरामद हो रहे हैं।
और पहले की बनिसबत ज़्यादा तादाद में अक़लीयती उम्मीदवार तालीम और मुलाज़मत के कम्पेटेटिव इम्तेहानात में शरीक हो रहे हैं जिन में लड़कियों की काबिले लिहाज़ तादाद शामिल है और ये मुसबत तबदीली एक दरख़शां मुस्तक़बिल की आईनादार है।