जुए पुर 10 फरवरी: दीवान जी दरगाह हज़रत ख़्वाजा मुईन उद्दीन चिशती ने अफ़ज़ल गुरु को फांसी का ख़ौरमक़दम करते हुए उसे एक इंतिहाई अच्छा फ़ैसला क़रार दिया। दीवान जी जनाब जैनुल आबेदीन अली ख़ां ने कहा कि ये एक बहुत अच्छा फ़ैसला है, लेकिन काफ़ी पहले लिया जाना चाहिये था।
दुनिया भर में ये पयाम देने के लिए दहश्तगरदों के ताल्लुक़ से हिन्दुस्तान इंतिहाई सख़्त है, ऐसा फ़ैसला ज़रूरी था। हुकूमत के इस जुरअत मंदाना फ़ैसले और क़ानूनी इक़दामात से ये पयाम मिलेगा कि यहां दहश्तगरदों के मुआमले में रवादारी नहीं बरती जाती।