मुंबई: जस्टिस एम एल तहलियानी जिन्होंने 26/11 मुंबई दहशत हमलों में माख़ूज़ एक पाकिस्तानी दहशतगर्द मुहम्मद अजमल कसाब को सज़ा-ए-मौत दी थी, 28 साला जुडिशल सर्विस के बाद बहैसियत मुंबई हाइकोर्ट जज कल वज़ीफे पर सुबुक़्दोश होजाएंगे लेकिन वो 24 अगस्त को महाराष्ट्र लोकायुक्त की हैसियत से जायज़ा हासिल करेंगे।
ऐडवोकेट एसोसीएशन आफ़ वेस्टर्न इंडिया से वाबस्ता वुकला ने आज मुंबई हाइकोर्ट में जस्टिस तहलियानी के एज़ाज़ में एक विदाई तक़रीब मुनाक़िद हुई। मुंबई में सैशन जज की हैसियत से तहलियानी ने कई एक सनसनीखेज़ केसों बिशमोल म्यूज़िक कंपनी के मालिक गुलशन कुमार और ट्रेड यूनीयन लीडर दत्ता सामनट क़तल केस की यकसूई की और 26/11 मुंबई के दहशत हमला केस में अजमल कसाब को फांसी की सज़ा सुनाई। इस केस में जस्टिस तहलियानी की ज़हानत और सलाहीयतों की सुप्रीमकोर्ट ने सताइश की थी।