हैदरआबाद 07 मार्च: नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (एन आई ए) को ाअजमेर शरीफ़ बम धमाका केस मे अहम कामयाबी मिली है । दरगाह शरीफ़ मे बम नसब करने वाले हिन्दू दहश्तगर्द भावेश पटेल उर्फ़ अरन्द भाई पटेल को गुजरात को एन आई ए ने गिरफ़्तार करके आज जयपुर की मुक़ामी अदालत मे पेश किया जहां पर कोर्ट ने उसे 15 दिन के लिऐ एन आई ए तहवील मे दीदिया ।
11 अक्टओबर 2007 माह रमज़ान मे अहाता दरगाह हज़रत ख़्वाजा मुईन उद्दीन चिशतीؒ मे ज़बरदस्त बम धमाका हुआ था जिस मे तीन अफ़राद बिशमोल एक हैदरआबादी शख़्स मुहम्मद सलीम जां बहक होगए थे जबके 20 ज़ख़मी होगए थे । एन आई ए ने इस केस मैं अहम पीशरफ़त करते हुऐ भावेश पटेल को गिरफ़्तार करलिया और इस से दो आर एस एस प्रचारकओं सुन्दीप डांगए और राम चन्द्रकालसांगरा जो मुल्क भर में मसाजिद दरगाह और समझौता एक्सप्रैस बम धमाकों केस मे इंतेहाई मतलूब है का पता लगाने की कोशिश करे गी ।
एन आई ए ने 18 जुलाई को भावेश के ख़िलाफ़ एन आई ए की स्पैशल कोर्ट जयपुर मे चार्ज शीट दाख़िल करते हुऐ उसे बम नसब करने वाला मुल्ज़िम क़रार दिया था । वाज़िह रहे कि साल 2010 मे भावेश पटेल के सर पर 5 लाख रूये का इनाम भी रखा गया था । इस केस मे एन आई ए ने स्वामी इसीमानिंद ‘ भरत भाई ‘ लौकीश शर्मा ‘ विष्णु पाटी दार ‘ देवीनिदर गुप्ता और दीगर आर एस एस कारकुनओं को गिरफ़्तार करके इन के ख़िलाफ़ चार्ज शीट दाख़िल की है ।
ज़राए ने बताया कि भावेश पटेल ने अजमेर शरीफ़ मैं बम नसब करने के अलावा मक्का मस्जिद बम धमाके केस मे इस्तेमाल किऐ गए मवबाईल फ़ोन टाइमर भी फ़राहम किया था ।