अजमेर
मर्कज़ी वज़ीर मुख़तार अब्बास नक़वी ने अजमेर में हज़रत ख़्वाजा मोइनुद्दीन चिशती की 803 वीं उर्स तक़ारीब के मौक़े पर वज़ीरे आज़म नरेंद्र मोदी की जानिब से मज़ार मुबारक पर चादर पेश की।
सख़्त हिफ़ाज़ती इंतेज़ामात के दौरान मर्कज़ी मुमलिकती वज़ीरे पारलीमानी उमूर और अक़िलियती उमूर नक़वी ने ग्यारहवीं सदी के सूफ़ी की दरगाह पर बसद अक़ीदत हाज़िरी दी।
बादअज़ां मीडिया से बात चीत करते हुए मुख़तार अब्बास नक़वी ने बताया कि मैंने वज़ीरे आज़म की जानिब से एक चादर पेश की है और एक पयाम में वज़ीरे आज़म ने क़ौम की तरक़्क़ी-ओ-ख़ुशहाली के लिये नेक तमनाओं का इज़हार किया। वज़ीरे आज़म की ये ख़ाहिश है कि आलमी सतह पर हिन्दुस्तान सर-ए-फ़हरिस्त मुक़ाम हासिल करे और मुल्क के तमाम अवाम तक तरक़्क़ी के फ़वाइद पहुंचे।