चीफ़ मिनिस्टर (मुख्यमंत्री) पृथ्वीराज चौहान का दावा, क़लमदानों में मामूली तबदीली, गवर्नर ने डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर का इस्तीफ़ा क़बूल करलिया
चीफ़ मिनिस्टर महाराष्ट्रा पृथ्वीराज चौहान ने आज कहाकि नायब चीफ़ मिनिस्टर अजीत पवार के इस्तीफ़ा से कांग्रेस । एन सी पी रवाबित ग़ैर मुतास्सिर रहेंगे। उन्हों ने ज़राए इबलाग़ के नुमाइंदों से बातचीत करते हुए बताया कि कल रात शरद पवार, अजीत पवार और प्रफोल पटेल से उन्हों ने मुलाक़ात करते हुए इस मसले पर तबादला-ए-ख़्याल(चर्चा की) किया।
उन्हों ने कहाकि हुकूमत मोस्सर अंदाज़( प्रभावी ढंग ) में काम करती रहेगी और हुकूमत का दोनों जमातों के साथ बेहतर राबिता (संपर्क )बरक़रार है। उन्हों ने कहाकि कांग्रेस । एन सी पी इत्तिहाद (गठबंधन) मजबूत और स्थिर रहेगा। उन्हों ने ये भी वाज़िह(स्पष्ट ) किया कि रियासत में कोई डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर नहीं होगा।
वज़ीर-ए-आला(उप मुख्यमंत्री)तालीम राजेश टोपे को तवानाई का कलमदान असाइन किया गया है जो अब तक अजीत पवार के पास था। जबकि मंत्री ग्रामीण विकास जयंत पाटिल को मंत्री फ़ेनानस का कलमदान दिया गया है। पृथ्वी राज चौहान ने महिकमा आबपाशी में करप्शन के इल्ज़ामात की तहक़ीक़ात(जाँच) के संबंध में टिप्पणी से परहेज़ किया।
इस के अलावा उन्हों ने इस से पहले वाईट पेपर का वाअदा किया था। इस बारे में पूछे जाने पर कोई जवाब नहीं दिया। इस दौरान गवर्नर महाराष्ट्रा के शंकर नारायण ने डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर अजीत पवार का इस्तीफ़ा क़बूल करलिया। उन्हों ने 20 हज़ार करोड़ रुपय के आबपाशी अस्क़ाम में मुबय्यना तौर पर शामिल होने की सूचना के बाद ये इस्तीफ़ा दिया था।
चीफ़ मिनिस्टर महाराष्ट्रा पृथ्वी राज चौहान ने आज सुबह गवर्नर से मुलाक़ात करके अजीत पवार का मकतूब(पत्र) इस्तीफ़ा हवाले किया। राज भवन के तर्जुमान ने बताया कि चीफ़ मिनिस्टर की सिफ़ारिश पर गवर्नर ने ये इस्तीफ़ा क़बूल करलिया है। अजीत पवार के अचानक इस्तीफे की वजह से महाराष्ट्रा में कांग्रेस । एन सी पी मख़लूत हुकूमत बोहरान से दो-चार होगई थी।
लेकिन कल एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने पृथ्वीराज चौहान से इस्तीफा स्वीकार करने की इच्छा करते हुए अनुमान आराईवं का अंत कर दिया। इस के साथ साथ उन्हों ने दीगर(अन्य) 19 एन सी पी वुज़रा को भी जिन्हों ने इस्तीफा होने की पेशकश की थी, वाज़िह हिदायत दी कि वो अपना काम जारी रखें और उन की पेशकश ठुकरा दी जाती है.।
इन सी पी सरबराह ने इन ड्रामाई बदलाव की वजह से कल पार्टी नेता और असैंबली मेम्बर के साथ सिलसिला वार मुलाक़ातें कीं। पार्टी के क़ौमी क़ाइदीन जैसे मर्कज़ी वज़ीर पराफ़ल पटेल के साथ भी इख़तिलाफ़ात रौनुमा हुए थे क्योंकि वो अजीत पवार का इस्तीफ़ा क़बूल करने के हक़ में थे जबकि असैंबली मेम्बर उस की मुख़ालिफ़त ( विरोध)कररहे थे।
ताहम शरद पवार ने वाज़िह तौर(स्पष्ट रूप) पर कहाकि 13 साल से जारी कांग्रेस । एन सी पी इत्तिहाद को रियासत में कोई ख़तरा नहीं है। उन्हों ने अजीत पवार का इस्तीफ़ा क़बूल करने की हिदायत देते हुए जारी क़ियास आराईयों को ख़तम करदिया। 53 साला अजीत पवार एन सी पी सरबराह शरद पवार के भतीजे हैं और उन्हों ने आबपाशी अस्क़ाम में मुबय्यना तौर पर मुलव्वस(कथित तौर पर शामिल ) होने की मीडीया रिपोर्टस के बाद ये इक़दाम(कदम) किया।