अटल जी का दौर और था, आज की बीजेपी तो धर्म के नाम पर ही वोट बटोरना जानती है: कांग्रेस

नई दिल्ली: राजनीति में विपक्षी दलों का एक दुसरे पर कीचड उछालना और आरोप मढ़ने बहुत ही आम बात है। बीजेपी और कांग्रेस में तो ऐसा ऐसा सिलसिला चला ही रहता है। अक्सर ऐसे मौके कम देखने को मिलते हैं जब एक पार्टी के नेता विपक्षी पार्टी के लिए करता दिखे। ऐसा होने पर हमारी धारणा यही होती है कि या तो वह नेता अपने फायदे के लिए और या फिर किसी राजनीतिक मकसद के लिए कर रहा है। ऐसा ही मौका आज एक टीवी पर उत्तर प्रदेश के आने वाले चुनावों पर आयोजित परिचर्चा के दौरान देखने को मिला। जिसमें यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर ने पूर्व प्रधानमंत्री और बीजेपी के सीनियर नेता अटल बिहारी वाजपेयी की खुले दिल से तारीफ की।
इस कार्यक्रम के दौरान राज बब्बर से राजनीति में विचारधारा के गौण और जाति के प्रमुख होते जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने वाजपेयी जी का उदाहरण देते हुए कहा राज बब्बर ने कहा, “जाति, बिरादरी, धर्म, मजहब इनसे हम अलग नहीं हो सकते। हमें इनका सम्मान करना चाहिए। लेकिन एक जमाने में प्रधानमंत्री रहे वाजपेयी जी की विचारधारा ऐसी नहीं थी। देश के पूरे संस्कारों से जुड़ा हुआ एक विचार अटल बिहारी वाजपेयी ने जैसे जिंदा रखा वो धीरे धीरे खत्म होता जा रहा है। उनके कार्यकाल में भी जाति-बिरादियों का सम्मान था लेकिन खुल कर ढोल नहीं पीटा जाता था। आज तो जाति-बिरादरियों के समीकरण, और जाति की ताकत या बिरादरी की ताकत, कोई हिन्दू या मुसलमान की ताकत सरकारें बना रही हैं।