हैदराबाद 03 मार्च : चीफ जस्टिस आफ़ इंडिया जस्टिस अल्तमस कबीर ने आज हैदराबाद के सिटी सिविल कोर्ट में हैदराबाद मुसालहती मर्कज़ का इफ़्तेतह क्या ।
इस मौके पर चीफ मिनिस्टर आंध्र प्रदेश एन किरण कुमार रेड्डी , चीफ जस्टिस आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट जस्टिस पी सी गोश-ओ-दीगर मौजूद थे । सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस अल्तमस कबीर ने कहा कि ज़ेर अलतवा मुक़द्दमात की यकसूई में मुसालहती मर्कज़ सेंटर काफ़ी कारआमद साबित होंगे ।
उन्हों ने सिटी सिविल कोर्ट के न्याय सेवा सदन के अहाते में इस मुसालहती सेंटर का इफ़्तिताह किया । उन्हों ने कहा कि कई साल से ज़ेर अलतवा मुक़द्दमात के अलावा बड़े मुक़द्दमात की जल्द अज़ जल्द यकसूई में मुसालहती मराकज़ मुआविन साबित होंगे । उन्हों ने कहा कि बिलख़सूस अराज़ी तनाज़ा के मुक़द्दमात की जल्द यकसूई भी मुम्किन होगी ।
उन्हों ने बताया कि मुसालहती मराकज़ से आम आदमी को काफ़ी राहत मिलेगी और उन के ज़रीये मुफ़्त क़ानूनी मश्वरे हासिल किए जा सकते हैं । इस मौकके पर सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट जजस-ओ-दीगर मौजूद थे।: चीफ जस्टिस आफ़ इंडिया अल्तमस कबीर ने सिलसिला ख़िताब जारी रखते हुए मज़ीद कहा कि मुख़्तलिफ़ अदालतों में ज़ेर तसफ़ीया मुक़द्दमात की तादाद में इज़ाफ़ा लाज़िमी है क्यों कि अदालती आफ़िसरान की तादाद बदस्तूर महिदूद है ।
उन्हों ने मुक़द्दमात और मुख़्तलिफ़ तनाजात की यकसूई के लिये मुतबादिल तरीका कार के तौर पर मुसालहती कोशिशों को मूसिर बनाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया और इस बात पर अफ़सोस का इज़हार किया कि उसे तरीका कार को नुमायां अहमियत नहीं दी जा रही है । उन्हों ने कहा कि मुसालहती कोशिशों के ज़रीये अदालतों में ज़ेर तसफ़ीया मुक़द्दमात की तादाद में नुमायां कमी की जा सकती है । उन्हों ने ज़ोर दे कर कहा कि मुक़द्दमात और तनाजात की यकसूई के लिये मुसालहत एक मूसिर और कारगरद मुतबादिल है जिस के ज़रीये अदालतों में ज़ेर दौरान मुक़द्दमात की तादाद में बड़ी हद तक कमी की जा सकती है ।
इस तरीके के बगैर हमारे सारे क़ानूनी निज़ाम और क़ानूनी इनफ़रास्ट्रक्चर के लिये मसाइल दरपेश रहेंगे । सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस अल्तमस कबीर ने मज़ीद कहा कि ये बड़ी बदबख़ती की बात है कि तनाजात की यकसूई के मुतबादिल तरीका कार के तौर पर मुसालहत को नुमायां अहमियत नहीं दी जा रही है । उन्हों ने कहा कि आफ़िसरान अदलिया की नाकाफ़ी तादाद ज़ेर तसफ़ीया मुक़द्दमात में इज़ाफे की एक अहम वजह है ।
चीफ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी ने इस मौके पर मुख़ातब करते हुए कहा कि उन की हुकूमत ने हाल ही में 120 मुस्तक़िल अदालतों की मंज़ूरी दी है ।क़ब्लअज़ीं चीफ मिनिस्टर कुमार रेड्डी ने आज दोपहर जुबली हाल बाग़ आम्मा में चीफ जस्टिस आफ़ इंडिया जस्टिस अल्तमस कबीर के एज़ाज़ में ज़ुहराना का एहतिमाम क्या ।
इस मौकके पर सुप्रीम कोर्ट जजस जस्टिस सुरेंद्र सिंह , जस्टिस जुय चलमेशोर और चीफ जस्टिस आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट जस्टिस पिंकी चंद्रा घोष और दीगर जजस , वज़ीर क़ानून-ओ-अदलिया ई पेदी रेड्डी के अलावा रियासत के जोडे शैल ऑफीसरस और सिनियर ओहदेदार शरीक थे । इस मौके पर चीफ जस्टिस आफ़ इंडिया ने जुबली हाल की दीवारों पर आवेज़ां फ़न मुसव्विरी का मुशाहिदा किया जब कि चीफ मिनिस्टर ने हुज़ूर निज़ाम के दरबार की ख़ुसूसियात से वाक़िफ़ करवाया।