अदालतों को असरी बनाने का मंसूबा तैय्यार

आंधरा प्रदेश हाई कोर्ट के चीफ़ जस्टिस मदन बी लोकोर ने कहा है कि मुस्तक़बिल की ज़रूरीयात को मल्हूज़ रखते हुए अदालतों की तजदीद और असरी कारी केलिए एक जामि मंसूबा बनाया जा रहा है । मिस्टर जस्टिस लोकोर गुज़शता रोज़ यहां जदीद तामीर शूदा अदालत के अहाता में मर्कज़ अदलिया का इफ़्तिताह कर रहे थे ।

उन्हों ने कहाकि फ़िलहाल कई अदालत की हालत मख़दूश है । इनफ़रास्ट्रक्चर सहूलतों के फ़ुक़दान के सबब कई ज़रूरीयात और तक़ाज़ों की तकमील नहीं हो रही है । रियासत भर में ऐसी तमाम अदालतों को असरी बनाने का मंसूबा तैय्यार किया गया है । जो फ़िलहाल मख़दूश इमारत में काम कर रही हैं ।

इस मक़सद के लिए हाइकोर्ट को एक कमेटी का तक़र्रुर किया गया कमेटी अपना काम शुरू कर चुकी है । ज़ेर तसफ़ीया मुक़द्दमात की भारी तादाद में कमी और मुक़द्दमात को तूल से बचाने की ग़रज़ से तनाज़आत-ओ-मुक़द्दमात के आजलाना यकसूई का मुतबादिल निज़ाम राइज किया जाएगा

जिस के हिस्सा के तौर पर हम ने फ़बरोरी-ओ-मार्च के दौरान मेगा लोक अदालत का इनइक़ाद अमल में लाया जिस में 60 मुक़द्दमात की यकसूई की गई । मिस्टर जस्टिस लोकोर ने कहा कि अदालती ख़िदमात के लिए मर्कज़ की जानिब से इनफ़रास्ट्रक्चर की सहूलतें फ़राहम की जा रही हैं ।