अदालत को गुमराह कर अख़लाक़ की हत्या के आरोपी ने ले ली जमानत

अदालत को गुमराह कर अख़लाक़ की हत्या के आरोपी ने ले ली जमानत: शाइस्ता

लखनऊ। दादरी के बहुचर्चित अखलाक कांड से खुद को बचाने के लिए एक आरोपी ने दस्तावेजों के साथ भारी उलट फेर की है। इन्ही दस्तावेजों की बदौलत उसने सेशन कोर्ट को न सिर्फ गुमराह किया, खुद को नाबालिग बता कर 6 सितंबर को कोर्ट से बेल भी ले ली। इसका खुलासा अखलाक की बेटी और आरोपी की सहपाठी शाइस्ता ने किया है।
आरोपी के बारे में शाइस्ता ने नोएडा एसएसपी के सामने तमाम दस्तावेज पेश कर साबित करने की कोशिश की है कि बेल लेने के लिए आरोपी सचिन ने दस्तावेजों में हेराफेरी की है। उसने ग़लत कागजात पेशकर कोर्ट को भी गुमराह किया। इस लिए उसपर हत्या के साथ 420 और कोर्ट की अवमानना का भी मुकदमा चलना चाहिए।
सचिन के बारे में अखलाक की बेटी शाइस्ता ने जो दस्तावेज इकट्ठे किए हैं, उसके मुताबिक आरोपी 2009 में उसका क्लासमेट था । दोनों बिसाहड़ा के राणा संग्राम सिंह इंटर कॉलेज में हाईस्‍कूल में पढ़ते थे। उसने परीक्षा पास कर ली, पर सचिन फेल हो गया। उसने चार साल बाद 2013 में हाईस्कूल की परीक्षा बम्बावड के दयानंद इंटर कॉलेज से दी और पास किया।हाईस्कूल के फॉर्म पर उसका डेट ऑफ बर्थ 6 सितम्बर 1998 दर्ज है। जबकि कॉलेज में एडमिशन लेते समय टीसी में उसने 6 सितंबर 1994 की तारीख लिखी है। इस हिसाब से अखलाक की हत्या वाले दिन सचिन की उम्र 21 साल 22 दिन हुई। जबकि 6 सितंबर 1998 के नजरिये से उसकी उम्र 17 साल 22 दिन हुई। अखलाक परिवार के वकील असद हयात ने सवाल खड़ा किया है कि 2014 के वोटर लिस्ट में सचिन की उम्र 22 साल दर्ज है। वह 2017 की वोटर लिस्ट में 25 साल का हो जायेगा। ऐसे में वह नाबालिग कैसे हुआ? असद कहते हैं कि कोर्ट ने सचिन को मार्कशीट की डेट ऑफ बर्थ के हिसाब से बेल दे दी। यहां पुलिस से चूक हो गई। बेल रिजेक्ट करवाने को उसे सचिन की 2009 में, जब वह हाईस्कूल में फेल हुआ था, की मार्कशीट भी पेश करनी चाहिए थी। उन्होंने बताया कि सचिन ने इतने गुपचुप तरीके से बेल ले ली कि उन्हें इसका पता ही नहीं चला।जबकि दूसरे पक्ष को भी बताना चाहिए था। जब शाइस्ता ने आरोपी को सड़क पर घूमते देखा, तब इसका पता चला। बता दें कि 2015 में बिसाहड़ा में बीफ के शक में भीड़ ने अखलाक की पीट-पीटकर हत्‍या कर दी थी। आरोप है कि अखलाक के घर में गाय का मांस पकाया गया था। हत्या के आरोप में 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया था जिसमें सचिन भी था।

यूपी से मलिक असग़र हाशमी