अदालत में पेश नहीं हुए परवेज मुशर्रफ

पाकिस्तान के साबिक हुक्मरान परवेज मुशर्रफ बुध के रोज़ एक खुसूसी अदालत में पेश नहीं हुए। उनके कानूनी टीम ने उनके खिलाफ चल रहे बगावत के मामले की सुनवाई पांच हफ्तों के लिए मुल्तवी रने की मांग की है। मुशर्रफ आईन को मुअत्तल करने, उलटने और रद करने, नवंबर 2007 में मुल्क में इमरजेंसी लगाने और आली अदालतों के जजों को हिरासत में लेने के लिए बगावत के इल्ज़ामात का सामना कर रहे हैं।

70 साला मुशर्रफ के वकीलों ने बुध के रोज़ अदालत में उनकी पेशी से छूट और पांच हफ्तों के लिए मामले की सुनवाई मुअत्तल करने के लिए एक दरखास्त दायर किया। दरखास्त में कहा गया कि मुशर्रफ ने 3 नवंबर, 2007 को मुल्क के फौजी सरबराह की हैसियत से इमरजेंसी लगाया और इस मामले में उन पर फौजी अदालत में ही मुकदमा चलाया जा सकता है।

खाती पाए जाने पर साबिक सदर को ताउम्र जेल या मौत की सजा मिल सकती है। पाकिस्तान की तारीख में पहली मर्तबा किसी साबिक फौजी हुक्मरान पर बगावत का मुकदमा चल रहा है।