अदूनी में यूनानी दवाख़ाना मसाइल से दो-चार

डयूटी डाक्टर अल्लाह बख़श ने बताया कि अदूनी यूनानी दवाख़ाना अपने नुमायां ख़िदमात अंजाम देने के बावजूद भी कई एक मसाइल से दो-चार है मुख़्तलिफ़ मसाइल की यकसूई के लिए बारहा आला हुक्काम को लिखा गया लेकिन आज तक एक भी मसले का हल नहीं हो पाया।

उन्होंने बताया कि अदूनी के यूनानी दवाख़ाने में कम अज़ कम 150 मरीज़ रोज़ाना ईलाज के लिए आते हैं। दवाख़ाने में जुमला 8 अमला है लेकिन सरकारी हॉस्पिटल सुपरिन्टेन्डेन्ट ने यूनानी हॉस्पिटल के लिए सिर्फ़ दो ही कमरे दे रखे हैं।

जिस की वजहा से ना कि डाक्टर को बल्कि पैरा मेडिकल अमले के साथ साथ मरीज़ों को भी काफ़ी दुश्वरयों का सामना करना पड़ रहा है। हॉस्पिटल में बुनियादी सहूलतें, जैसे पंखा, बिजली वग़ैरा की बेहद कमी पाई जा रही है।

हुकूमत की तरफ से यूनानी हॉस्पिटल को 10 बिस्तर वाला हॉस्पिटल क़रार तो दिया है। लेकिन कमरों की कमी की वजहा से फ़िलहाल दो बिस्तरों पर ही काम चला या जा रहा है।

जिस की वजहा से मरीज़ों को काफ़ी परेशानी होरही है। हॉस्पिटल में डॉक्टर्स 24 घंटे ताय्युनात रहते हैं। लेकिन जगह की तंगी की वजहा से हॉस्पिटल के अमले को काफ़ी दुशवारी होरही है।

डयूटी डाक्टर ने बताया कि मौजूदा बलॉक में दो कमरे ख़ाली हैं। लेकिन उन्हें नहीं दिया जा रहा है अगर वो दो कमरे मिल जाएं तो बक़ीया 8 बिस्तरों को भी लगा कर काफ़ी अच्छी ख़िदमात दी जा सकती हैं।

इस मौके पर पैरा मेडिकल अमला सय्यद सईद पाशाह कादरी ने भी हुकूमत से मुतालिबा किया कि मसाइल की यकसूई के लिए फ़ौरी कार्रवाई की जाये ताकि मरीज़ों को अच्छी ख़िदमात फ़राहम करसके।