अनगिनत अपराधों में शामिल माओवादी दंपति ने आत्मसमर्पण किया

एक माओवादी दंपति,जिसके सर पर नौ लाख रुपये का इनाम था और जो अनेक अपराधों में शामिल थे उन्होंने आज मल्कानगिरी जिले में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। वे मुख्य धारा में वापिस लौटना चाहते थे, क्यूंकि वे नक्सली गतिविधियों से तंग आ गए थे।

रामा कावसी (38), जो हत्या के कम से कम 29 मामलो में शामिल था और उसकी पत्नी वैली मदाकामी ऊर्फ मालती (25) जो दर्जन से अधिक आपराधिक मामलो में शामिल थी, उन दोनों ने मलकानगिरी के पुलिस अधीक्षक मित्रभानू महापात्र के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।

रामा 2002 के बाद से एक प्रतिबंधित माओवादी संगठन में सक्रिय था और उसके सर पर ओडिशा सरकार ने 5 लाख रुपये का इनाम रखा हुआ था, वहीँ वेली 2006 से नक्सल गतिविधियों में शामिल थी और उसके सर पर चार लाख रुपये का इनाम था, एसपी ने बताया।

दोनों कई हत्याओं, लैंडमाइनिंग विस्फोट, सुरक्षा बलों पर हमलो, क्षेत्र में सरकारी इमारतों और संपत्ति पर हमलो के मामलो में शामिल थे, पुलिस ने कहा।

रामा, जो कालीमेला पुलिस स्टेशन की सीमा के अंदर आने वाले बोडीगीता गांव का रहने वाला था, वो गैरकानूनी सीपीआई (माओवादी) के आंध्र-ओडिशा सीमा विशेष क्षेत्रीय समिति (एओबीएसज़ेडसी) का ‘उप कमांडेंट’ था।

वेली, कालीमेला इलाके के बाड़ा टेकगुड़ा गांव की रहने वाली थी और एओबीएसज़ेडसी की बोईपारिग़ुडा एरिया कमेटी में सदस्य के रूप में काम करती थी।

दोनों ने कहा कि वे माओवादियों गतिविधियों से तंग आ गए हैं मुख्या धरा में वापिस आना चाहते हैं ।

उन्होंने कहा, वे मुख्य विचारधारा से भटककर आदिवासियों सहित लोगों को यातना देने में शामिल हो गए थे। इसलिए, दोनों चाहते थे कि वे हथियार डाल दे और सामाजिक मुख्यधारा में वापस आ जाये।