फ़ूड कारपोरेशन आफ़ इंडिया (एफ सी आई) के पास यक्म (1) अप्रैल 2012 को अनाज को ज़ख़ीरा (भंडार/stock) करने के लिए साइबान ( छप्पड़/छ्त)और बगै़र साइबान वाले गोदामों की गुंजाइश 33604 लाख मेट्रिक टन थी। मर्कज़ी वज़ीर बराए ख़ुराक ( Food Minister/खाद्व मंत्री)-ओ-अवामी निज़ामी तंज़ीम प्रोफेसर के वी थामस ने कल राज्य सभा में ये इत्तिला (खबर) देते हुए बताया कि इस में ज़ाती और किराए पर लिए गए दोनों तरह के गोदाम शामिल हैं।
अनाज के मर्कज़ी ज़ख़ीरे (केंद्रीय भंडार) के लिए 31 मार्च 2011 को रियास्ती एजेसीयों की ज़ख़ीरा (भंडार) करने की गुंजाइश, 291 लाख टन थी। उन्हों ने बताया कि इस तरह से अनाज के मर्कज़ी स्टाक (केंद्रीय भंडार/stock)) के लिए कल 627 लाख टन की गुंजाइश थी जबकि यक्म (1) अप्रैल 2012 को अनाज का मर्कज़ी स्टाक 527 लाख टन था।
मिस्टर थॉमस ने बताया कि एफ सी आई की ज़ख़ीरा कारी गुंजाइश को मज़ीद (और भी) बढ़ाने और आने वाले सीज़न में किसी भी बड़ी हुई ज़ख़ीरा करने की ज़रूरत की तकमील (पूर्ती/ पूरा करने के लिए) के लिए एग्ज़ीक्यूटिव डायरेक्टर्स (झ़ोन) और एफ सी आई के जनरल मैनेजर (रीज़नस) को ये मुकम्मल ( पूरे तौर पर/ संपूर्ण) इख्तेयार दिया गया है कि वो ख़रीदे गए अनाज का ज़ख़ीरा ( भंडार/ stock) करने के लिए क़लील मुद्दती (short term/कम वक़्त/ समय) इस्तेमाल के लिए गोदाम किराए पर ले सकते हैं।