अनील शर्मा की किसी भी वक़्त काबीना में शमूलियत: वीर भद्रा सिंह

शिमला, 02 मार्च: अनील शर्मा साबिक़ मुमलिकती वज़ीर और साबिक़ मर्कज़ी वज़ीर बराए मुवासलात सुख राम के बेटे को अनक़रीब हिमाचल प्रदेश काबीना में शामिल किया जाएगा। वज़ीरे आला वीर भद्रा सिंह ने ये बात बताई। ए आई सी सी सदर सोनिया गांधी और दीगर क़ाइदीन से नई दिल्ली में मुलाक़ात के बाद वापसी पर उन्होंने अपने ख़्यालात का इज़हार करते हुए कहा कि शर्मा को जल्द ही काबीना में शामिल किया जाएगा।

मुम्किन है कि 12 मार्च से शुरू होने वाले बजट सैशन से पहले ही उन की शमूलियत होजाए जबकि वज़ारत में मज़ीद एक क़लमदान और चीफ़ पारलिमानी सेक्रेट्रीज़ के ओहदे को बादअज़ां पुर किया जाएगा। उन्होंने वज़ाहत करते हुए कहा कि सोनिया गांधी से उन की मुलाक़ात मामूल की मुलाक़ात थी और इस का काबीना की तौसी से कोई ताल्लुक़ नहीं है।

उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी से रियासत के मालियाती और तरक़्क़ियाती मुआमलात पर तबादला-ए-ख़्याल के लिए मुलाक़ात की गई थी। यहां इस बात का तज़किरा भी ज़रूरी है कि अनील शर्मा को वज़ारत का हलफ़ 23 फ़रव‌री को ही दिलाया जाने वाला था, लेकिन हलफ़ बर्दारी की तक़रीब को गवर्नर उर्मिला सिंह के नासाज़ी मिज़ाजी वजह से आगे बढ़ा दिया गया था।

उन्होंने मज़ीद वज़ाहत करते हुए कहा कि मंडी पारलिमानी मख़लवा नशिस्त के लिए ज़िमनी इंतिख़ाबात मुनाक़िद करना ज़रूरी नहीं। याद रहे कि वीर भद्रा सिंह के बतौर एम पी अपनी नशिस्त से अस्तीफ़ा देने के बाद मंडी पारलिमानी नशिस्त मख़लवा होगई थी। उन्होंने कहा कि इंतिख़ाबात मुनाक़िद करवाना उस वक़्त ज़रूरी हो जाता है जब मुंख़बा रुकन को कारकर्दगी दिखाने का कम से कम एक साल का मौक़ा मिले।

उन्होंने कहा कि तमाम वुज़रा को हिदायत की है कि वो रियासती सेक्रेट्रीट में हर हफ़्ते कम से कम चार रोज़ ज़रूर हाज़री रहें ताकि रियासत के मुख़्तलिफ़ इलाक़ों से आने वाली अवाम को मुश्किलात का सामना ना करना पड़े। उन्होंने कहा कि अब तक तमाम वुज़रा की कारकर्दगी इतमीनान बख्श है।