समाजसेवी अन्ना हजारे के बाद मुस्लिम लीडर व दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने भी बंगाल की वज़ीर ए आला ममता बनर्जी को वज़ीर ए आज़म के ओहदे के मुनासिब बताया। पीर के रोज़ बंगाल आए बुखारी ने तृणमूल चीफ की तरफ से रियासत में मुसलमानो के मुफाद में किए गए कार्मों की तारीफ की।
भाजपा व तृणमूल कांग्रेस के बीच इत्तेहाद की खबरों को खारिज करते हुए बुखारी ने उम्मीद जताई कि ममता इलेक्शन के बाद भी भाजपा के साथ नहीं जाएंगीं। उन्होंने कहा कि रियासत में अक्लियतो और मुस्लिम फिर्के की तरक्की के लिए ममता ने जो काम किए हैं। उससे मेरी ज़ाती राय है कि मुल्क को उनके जैसे सेक्युलर लीडर की ही जरूरत है।
शाही इमाम ने बताया कि उन्होंने भाजपा के हुकूमत वाले रियासतों को छोड़कर सभी रियासतो के सीएम को खत लिखकर सच्चर कमेटी की सिफारिशों को लागू करने के मुताल्लिक जानकारी मांगी थी। साथ ही यह भी जानना चाहा था कि उनकी रियासत में मुसलमानों के बहबूद के लिए हुकूमत ने क्या कदम उठाए हैं?
शाही इमाम ने कहा कि सिर्फ ममता बनर्जी ने ही मेरे खत का जवाब दिया और रियासत में मुसलमानों के मुफाद में किए गये कामों की जानकारी दी। गौरतलब है कि ममता बनर्जी ने कुछ माह पहले बुखारी के खानदान में हुए शादी की तकरीब में अपने दो वुजराओं को भेजा था। इसके बाद खुद भी शाही इमाम से दिल्ली में मुलाकात की थी।