अन्ना हज़ारे का एहतिजाज ख़तम्, जेल भरो मुहिम भी मुल्तवी

मुंबई २९ दिसम्बर: (पी टी आई) रिश्वत के ख़िलाफ़ मुहिम चलाने वाले अना हज़ारे अपनी तीन रोज़ा भूक हड़ताल को वक़्त से पहले ख़तम कर दिया है। अवाम का कमज़ोर रद्द-ए-अमल और नासाज़ी सेहत के बाइस उन्हों ने हड़ताल ख़तम् करदी। जेल भरो मुहिम को भी मोख़र कर दिया है।

अरकान-ए-पार्लीमैंट की रिहायश गाहों का घेराव का मंसूबा भी मुल्तवी करदिया। 74 साला अना हज़ारे ने ऐम ऐम आर डी ए ग्राउंड पर अपने तीन रोज़ा भूक हड़ताल का आग़ाज़ किया था लेकिन दरमयान में ही अचानक ख़तम् करने का ऐलान किया। बताया जाता है कि अवाम की तादाद में कमी और कोई ख़ास रद्द-ए-अमल ना होने की वजह से उन्हों ने हड़ताल ख़तन करदी। अना हज़ारे ने कहाकि हम ने आज पार्लीमैंट में जो कुछ देखा है वो बड़ा सानिहा है इस लिए में अपनी हड़ताल ख़तन करने का फ़ैसला किया। अब ये यकतरफ़ा कार्रवाई है।

हम एक ऐसा प्रोग्राम बनाएंगे जिस की मदद से 5 रियास्तों में कांग्रेस के ख़िलाफ़ मुहिम चलाईंगी। अवाम को बेदार करेंगे और उन से मैं कहूंगा कि वो ग़द्दारों के लिए वोट ना दें। आम इंतिख़ाबात के लिए अब दो साल बाक़ी रह गए हैं। इस दौरान हममुलक के मुख़्तलिफ़ हिस्सों में जाऐंगे और अवाम को बताएंगे कि लोक पाल का हुकूमत ने किया हश्र किया है।

क़ब्लअज़ीं इंसिदाद रिश्वत सतानी के जहद कार अन्ना हज़ारे की अलालत और मुंबई के शहरीयों की भूक हड़ताल कैंप से दूरी ने इस 3 रोज़ा एहतिजाज को फीका बना दिया था। बल्कि आज दूसरे दिन भी मैदान पर कोई जोश-ओ-ख़ुरोश नहीं देखा गया। मैदान में बमुश्किल चंद सौ अफ़राद ही नज़र आए जिस में से बेशतर शुमाली हिंद के बाशिंदे हैं।

एम एम आर डी ए मैदान पर अपनी मौजूदगी का एहसास दिलाने के लिए अना हज़ारे के हामीयों ने कोई मुज़ाहरा नहीं किया इस लिए पुलिस ने भी सिक्योरीटी बंद-ओ-बस्त के लिए ताय्युनात पुलिस की तादाद भी घटा दी है। 74 साला अन्ना हज़ारे ने कल जब अपनी भूक हड़ताल शुरू की जो इस साल चौथी भूक हड़ताल है ।

मैदान में मौजूद अवाम की तादाद का तख़मीना 4000 से 10,000 बताया गया। आज इस तादाद में मज़ीद कमी आई और यहां बमुश्किल 200 ता 300 अफ़राद अना हज़ारे के शहि नशीन के सामने बैठे हुए थे। राम लीला मैदान में अगस्त में अना हज़ारे की भूक हड़ताल के वक़्त हर रोज़ 30 से 40 हज़ार लोग जमा हो रहे थी। यहां के हुजूम का दिल्ली के हुजूम से तक़ाबुल किया जाय तो बहुत ही कम है।

पंजाब से आनेवाले एक हामी पवित्रा सिंह ने कहा कि इस हड़ताल में हम ने अवाम की बड़ी तादाद की शिरकत की तवक़्क़ो की थी लेकिन हम ने यहां मुंबई वालों को नहीं देखा। जो लोग भी यहां बैठे हैं वो सब शुमाली हिंद से आए हैं अना हज़ारे कल रात के बाद आज दोपहर सहि नशीन पर आए और अपने हामीयों से ख़िताब किया। अवाम की कम तादाद के लिए मुख़्तलिफ़ वजूहात बताए जा रहे हैं लेकिन एक वजह ये भी है कि अन्ना हज़ारे और उन के हामीयों को ख़तरा है इस के इलावा मुंबई एक तिजारती मर्कज़ है यहां लोक रोज़मर्रा की मज़दूरी करने वाले ज़्यादा हैं इस लिए ये लोग अपनी सहूलत के मुताबिक़ जाते हैं।

हरियाणा से आने वाले एक शहरी के वे सिंह ने जो अना हज़ारे के इबतिदाई दिनों से उन के साथ हैं मुंबई वालों पर तन्क़ीद की कि ये लोग काम से वाबस्ता हैं ऐसा मालूम होता है कि मुंबई के अवाम को सिर्फ काम ही अज़ीज़ है उन के पास समाजी काज़ के लिए वक़्त नहीं है। रिश्वत सतानी जैसे सुलगते मसाइल की उन्हें कोई फ़िक्र नहीं है।

हज़ारे जो नज़ला ज़ुकाम और बुख़ार में मुबतला हैं मुख़्तसर वक़फ़ा के लिए स्टेज पर आए और अवाम से ख़िताब क्या वो अपनी भूक हड़ताल शुरू करने के बाद से स्टेज पर ज़्यादा देर तक बैठे नहीं रहे इन का मुआइना करने वाले डाक्टरों ने कहा कि अना हज़ारे को बुख़ार है और उन का ब्लडप्रेशर भी गिरता जा रहा है।

चलने में दुशवारी आ रही है। उन्हों ने मश्वरा दिया है कि वो अपना बरत ख़तन करें वर्ना उन के गुर्दे मुतास्सिर होसकते हैं। हज़ारे को दस्त भी हो रहे हैं।