नई दिल्ली २९ नवंबर ( पी टी आई ) लोक पाल मसला पर दबाव् में इज़ाफ़ा करते हुए गानधयाई कारकुन अना हज़ारे ने फ़ैसला किया है कि अगर पारलीमानी स्टैन्डिंग् कमेटी की तजावीज़ उन केलिए क़ाबिल इतमीनान ना हूँ तो वो 11 दिसम्बर को फिर धरना मुनज़्ज़म करेंगे ।
टीम अन्ना ने मतला किया है कि अगर पारलीमानी असटानडनग कमेटी की तजावीज़ इतमीनान बख़श ना रहें तो 74 साला अना हज़ारे 11 दिसम्बर को जंतर मंत्र पर एक रोज़ा धरना की क़ियादत करेंगे । टीम अना के एक क़रीबी साथी ने बताया कि अब सारादार-ओ-मदार स्टैन्डिंग् कमेटी की तजावीज़ पर है ।
अगर ये तजावीज़ ठीक नहीं रहें तो फिर जंतर मंत्र पर धरना मुनज़्ज़म किया जाएगा । अना के क़रीबी साथी सुरेश पथारे ने अना का हवाला देते हुए अवाम से अपील की कि वो 11 दिसम्बर् को एक ताक़तवर लोक पाल बिल केलिए जंतर मंतर पर जमा हो जाएं ।
पारलीमानी स्टैन्डिंग् कमेटी इमकान है कि सात डसमबर से क़बल अपनी रिपोर्ट पेश कर देगी । टीम अना का मुतालिबा है कि कम रुतबा के ब्यूरो करीटस आली अदलिया सिटीज़नस चार्टर की दफ़आत और रियास्ती सतह पर लोक आयवकत के क़ियाम को इस बल के दायरा कार में लाया जाय ।
इस दौरान दिल्ली के राम लीला मैदान पर अना हज़ारे के एहतिजाज के ताल्लुक़ से उलझन पैदा हो गई है क्योंकि दिल्ली म्यूनसिंपल कारपोरेशन की स्टैन्डिंग् कमेटी के सदर नशीन योगेंद्र चण्डू लिया ने कहा कि बलदिया की जानिब से राम लीला मैदान पर एहतिजाज की इजाज़त नहीं दी गई है जबकि अन्ना हज़ारे का इद्दिआ है कि उन्हें इजाज़त मिल गई है ।
मिस्टर चण्डू लिया ने कहा कि अभी तक इस एहतिजाज केलिए कोई इजाज़त नहीं दी गई है ।
अना हज़ारे की टीम का इद्दिआ है कि उन्हें 27 दिसम्बर सॆ 5 जनवरी एहतिजाज की इजाज़त मिल गई है । म्यूनसिंपल कारपोरेशन के एक सीनीयर ओहदेदार ने भी कहा कि इजाज़त देने से इनकार नहीं किया गया है और ना ही इजाज़त दी गई है ।
टीम अना की जानिब से एहतिजाज की इजाज़त देने दरख़ास्त ज़रूर मिल गई है । ओहदेदार ने कहा कि टीम अना चाहती है कि पार्लीमैंट सुशन के इख़तताम के बाद उसे एहतिजाज की इजाज़त दी जायॆ । इस में तवारीख़ का तज़किरा नहीं किया गया है । हम ने इन से कहा कि पहले मैदान की दस्तयाबी देखनी पड़ेगी और इस का जायज़ा लिया जा रहा है । अगर कोई और बुकिंग ना हो तो ये इजाज़त दी जा सकती है ।
अना टीम के रुकन मनीष सीसोडया ने कहा कि हम ने 27 डसमबर से 5 जनवरी तक राम लीला मैदान पर इजाज़त तलब की है और हमें ये इजाज़त मिल गई है । टीम के ज़राए का कहना है कि दिल्ली म्यूनसिंपल कारपोरेशन ने जो इजाज़त दी है वो दिल्ली पुलिस की इजाज़त के ताबे है । इस सिलसिला में कारपोरेशन का तहरीरी मकतूब भी मौजूद है ।
अना हज़ारे ताहम चाहते हींका 11 डसमबर को एक रोज़ा धरना मुनज़्ज़म करते हुए स्टैन्डिंग् कमेटी पर दबाव् डाला जा सके जो इस बात का जायज़ा ले रही है कि आया वज़ीर-ए-आज़म को भी इस बल के दायरा कार में लाया जाना चाहीए या नहीं । कमेटी का कहना है कि इस ने 24नवंबर को दाख़िली तबादुल का अमल पूरा कर लिया है ।