मर्कज़ी वज़ीर-ए-क़ानून सलमान ख़ुरशीद ने आज कहा कि हुकूमत ने लोक पाल के ताल्लुक़ से अन्ना हज़ारे के तीन मुतालिबात पहले ही तस्लीम कर लिए हैं और उन्हें तवक़्क़ो ( उम्मीद) थी कि गाँधियाई क़ाइद भूक हड़ताल नहीं करेंगे। सलमान ख़ुरशीद ने बताया कि हाल ही में उन्हों ने अन्ना हज़ारे से सरकारी नुमाइंदे की हैसियत से नहीं बल्कि एक शहरी की हैसियत से मुलाक़ात की और ग़ैर ज़रूरी-ओ-ग़ैर वाजिबी महाज़ा राई ख़त्म करने की ख़ाहिश की थी ।
सलमान ख़ुरशीद ने पहली मर्तबा अन्ना हज़ारे से मुलाक़ात का एतराफ़ किया । उन्होंने बताया कि तवील अर्सा पहले भी मुलाक़ात हुई थी लेकिन हालिया मुलाक़ात के बाद उन्हें तवक़्क़ो थी कि अन्ना हज़ारे भूक हड़ताल नहीं करेंगे । लोक आयुक़्त के मसला पर सलमान ख़ुरशीद ने कहा कि रियास्तों का ये एहसास है कि उसे मॉडल क़ानूनसाज़ी के तौर पर छोड़ दिया जाना चाहीए चुनांचे हम ने ऐसा ही किया ।