अन्ना हज़ारे हमारे गुरु और सरपरस्त , हम आशीर्वाद लेते रहेंगे

सयासी जमात की बुनियाद गानधयाई क़ाइद के उसूलों पर होगी, तर्क-ए-ताल्लुक़ का फ़ैसला हैरतअंगेज़ और अफ़सोसनाक
अरविंद कजरीवाल ने मुख़ालिफ़ करप्शन तहरीक में मुवाफ़िक़ सयासी ग्रुपस के साथ रवाबित मुनक़ते कर लेने अन्ना हज़ारे के फ़ैसले को ताज्जुबख़ेज़ और नाक़ाबिल-ए-यक़ीन क़रार दिया।

उन्हों ने कहा कि अन्ना हज़ारे के उसूल ही उन की सयासी पार्टी की बुनियाद होंगे। अरविंद कजरीवाल ने आज मुस्तक़बिल के लायेहा-ए-अमल पर ग़ौर-ओ-ख़ौज़ के लिए अपने चंद हामीयों के हमराह इजलास के बाद ज़राए इबलाग़ के नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि हम अन्ना हज़ारे का एहतिराम करते हैं। वो हमारे गुरु और सरपरस्त हैं। कल जो कुछ हुआ, इस पर हम सब को हैरत है। ये तबदीली अफ़सोसनाक, हैरतअंगेज़ और नाक़ाबिल-ए-यक़ीन-ओ-गै़रज़रूरी है।

अन्ना हज़ारे ने कल कजरीवाल ज़ेर-ए-क़ियादत ग्रुप से तर्क-ए-ताल्लुक़ का ऐलान किया था, क्योंकि वो एक सयासी जमात क़ायम करने जा रहे हैं। उन्हों ने कहा कि कजरीवाल को अपनी नई सयासी तंज़ीम के साथ उन की (हज़ारे) की तस्वीर और नाम का इस्तेमाल नहीं करना चाहीए। कजरीवाल ने कहा कि अन्ना हज़ारे की तस्वीर और नाम हमारे दिलों पर सबुत हैं। हम हमेशा उन की क़दमबोसी करेंगे और उन का आशीर्वाद लेते रहेंगे।

अन्ना हज़ारे के पाँच उसूल हमारी पार्टी बुनियाद होंगे। अन्ना हज़ारे के इन रिमार्कस पर कि उन्हों ने सोशल नेटवर्किंग साईट्स के ज़रीया सर्वे की बुनियाद पर कोई फ़ैसला करने केलिए नहीं कहा था। अरविंद कजरीवाल ने दावा किया कि अन्ना हज़ारे ने ख़ुद कहा था कि सयासी जमात क़ायम की जाय या नहीं, इस बारे में सर्वे क‌राया जाय। उन्हों ने बताया कि ऐस ऐम ऐस और इंटरनैट के ज़रीया सर्वे की तजवीज़ अन्ना हज़ारे ही की थी।

उन्हों ने दावा किया कि मौजूदा सिस्टम को तबदील करने केलिए एक तरह की जलदी महसूस की जा रही थी क्योंकि मुल्क में हर चीज़ को फ़रोख़त करदिया जा रहा है। हमारे लिए कई चैलेंजस हैं और कई मवाक़े हैं। हमारी नज़र में कोंग्रेस और बी जे पी दोनों एक ही हैं। इस दौरान कजरीवाल के हामीयों ने सोशल नेटवर्किंग साईट पर अन्ना हज़ारे को शदीद तन्क़ीदों का निशाना बनाया। एक शख़्स ने ट्वीटर पर लिखा कि अन्ना हज़ारे ने अवाम को बदउनवानीयों के ताल्लुक़ से बेदार किया लेकिन उन्हों ने ये नहीं कहा कि इस बेदारी के बाद क्या किया जाय।

सयासी मैदान में क़दम रखना एक मंतक़ी क़दम है। एक और शख़्स ने लिखा कि अब एक नई तहरीर रक़म तराज़ करने का वक़्त आगया है। अवाम को उसे तहरीर करने दीजिए और ये काम उन चंद लोगों को नहीं करना चाहीए जो अवाम से राबिता मुनक़ते करचुके हैं।एक और शख़्स ने ट्वीटर पर टीम अन्ना में फूट केलिए बी जे पी को ज़िम्मेदार क़रार दिया और कहा कि बी जे पी की उँची सियासत की वजह से ये तहरीक तबाह होगई।

इस के साथ साथ सयासी निज़ाम को पाक करने का मक़सद भी फ़ौत होगया। अन्ना हज़ारे के इस मौक़िफ़ पर कि उन्हों ने इंटरनैट पर किए गए सर्वे की बुनियाद पर ये फ़ैसला नहीं किया था, एक और शख़्स ने इंडिया अगेंस्ट करप्शन की तरफ़ से ट्वीटर पर लिखा कि सिर्फ 5 हज़ार अफ़राद ने फेसबुक पर वोट दिया और पाँच लाख से ज़ाइद मिस कौल्स वसूल हुए। ऐसी सूरत में उसे फेसबुक सर्वे किस तरह कहा जा सकता है? एक और शख़्स ने ट्वीटर ने कहा कि अन्ना हज़ारे अगर इस मुहिम में हिस्सा नहीं लेते हैं तो ये धक्का नहीं होगा क्योंकि इस हक़ीक़त में कोई तबदीली नहीं आई कि अवाम एक बेहतर सयासी मुतबादिल के ख़ाहां हैं।