राज्यसभा जमनी इंतिख़ाब में जदयू की तरफ से हिमायत मांगे जाने के मुद्दे पर राजद सदर लालू प्रसाद ने कहा कि जदयू में उसके एमएलए ने ही आग लगा दी है। अब आग बुझाने के लिए नीतीश कुमार दमकल की खोज कर रहे हैं। दिल्ली से इतवार की दोपहर पटना लौटने पर उन्होंने हवाई अड्डे पर सहाफ़ियों से बातचीत में कहा कि पार्टी एमएलए से बातचीत के बाद ही राज्यसभा जमनी इंतिख़ाब के सिलसिले में हम कोई फैसला लेंगे।
लालू प्रसाद ने कहा कि जदयू उम्मीदवारों के हिमायत के मुद्दे पर मैं दिल्ली से कोई फैसला करके नहीं आया हूं। जो भी फैसला किया जायेगा, वह पटना में ही बातचीत के बाद होगा। पार्टी एमएलए की बैठक जल्द बुलाऊंगा। उन्होंने कुबूल किया कि साबिक़ वजीरे आला नीतीश कुमार ने राज्यसभा उम्मीदवारों के हिमायत के लिए मुझसे फोन पर बात की थी। फोन पर ही उनको राजद के ताल्लुक में जो बात है, वह बता दी गयी है।
मालूम हो कि राजद ने जब जीतन राम मांझी हुकूमत को बिना शर्त हिमायत देने का एलान किया था, तो जदयू ने बिना मांगे हिमायत देने की बात कही थी। इसको लेकर मिस्टर प्रसाद ने पांच जून को पार्टी के कारकुनान कोन्फ्रेंस में वाजेह कर दिया था कि जदयू ने हमारे हिमायत का बेइज्जती किया है। ऐसे में मांझी हुकूमत जैसे भी चले, उससे राजद को कोई मतलब नहीं है। इधर साबिक़ वजीरे आला नीतीश कुमार से फोन पर बात होने के बाद उन्होंने हिमायत को लेकर एमएलए दल से बात करने पर अपनी मंजूरी जता दी है।
सहाफ़ियों से बातचीत में लालू प्रसाद ने कहा कि बिहार के बच्चे इन्सेफ्लाइटिस से मर रहे हैं। जब से मरकज़ में हुकूमत बनी है, कहीं-न-कहीं बड़े हादसे हो रहे है। मैं यहां से सीधे मुजफ्फरपुर जा रहा हूं, जहां पर बच्चे बीमार होकर मर रहे हैं। उन्होंने मांग किया कि जो बच्चे बीमारी से मुतासीर हैं, उनको हवाई जहाज से दिल्ली भेज कर इलाज कराया जाना चाहिए।
नरेंद्र मोदी के इक्तिदार में आने और अच्छे दिन आने के नारे पर वार करते हुए मिस्टर प्रसाद ने कहा कि जब कोई दल हुकूमत में नहीं रहता है, तो कोई भी वादा कर लेता है। हुकूमत पर तरह -तरह का इल्ज़ाम लगाया जाता है। अब मिस्टर मोदी कह रहे हैं कि मरकज़ी हुकूमत को सख्त फैसले लेने होंगे। एनडीए की हुकूमत कुछ नहीं कर सकती है। बस गोल मटोल बात कर काम चला रही है।