बेऊर थाने की कृष्ण विहार कॉलोनी में मुजरिमों ने जुमेरात को दिनदहाड़े दारोगा गोरेलाल सिंह के बेटे और प्रोपर्टी डीलर अभिषेक कुमार उर्फ छोटू को घर के अंदर घुस कर गोलियों से छलनी कर दिया।
मुजरिमों ने उसे चार गोलियां मारी और ताबड़तोड़ हवाई फायरिंग कर दहशत फैलाते हुए बाइक पर सवार हो कर फरार हो गये। उन्हें पकड़ने की कोशिश तक नहीं किया गया। गोली लगने के बाद खून से लथपथ अभिषेक के अहले खाना मदद की गुहार लगाते रहे, लेकिन कॉलोनी के लोग अपने घरों के दरवाजे व खिड़की बंद कर दुबके रहे।
दो गोलियां उसके सीने में, एक पीठ में और एक बांह में लगी है। कुछ देर बाद आसपास के लोग जुटे और पुलिस भी पहुंची। इसके बाद उसे पारस अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गयी। अभिषेक के वालिद गोरेलाल सिंह हजारीबाग में सब इंस्पेक्टर के ओहदे पर मुकर्रर हैं। अभिषेक दानापुर, नालंदा और बेऊर इलाके में जमीन का धंधा करता था। नवादा के वारसलिगंज के असल रहने वाले गोरेलाल सिंह ने बेऊर की कृष्ण विहार कॉलोनी में दो माह पहले ही नये घर में दाखिल किया था। जिस वक़्त वाकिया हुई, उस वक़्त उसकी मां शैला देवी, बीवी नीरू और उसके तीन बच्चे महिमा और जुड़वा बच्चे छोटी व छोटू (ढाई साल) घर में ही मौजूद थे।
अभिषेक खाना खा रहा था और मां और बीवी अपने-अपने काम में मशरुफ़ थे। इसी दरमियान मुंह में गमछा बांधे तीन असलाह बंद मुजरिम घर में घुसे और खाना खा रहे अभिषेक पर नाइन एमएम पिस्टल से ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दीं। दो गोलियां अभिषेक के सीने में लगीं, तो वह उठ कर भागने की कोशिश करने लगा। लेकिन मुजरिमों ने फिर से फायरिंग की और एक गोली पीठ और एक बांह में लगी। अभिषेक जमीन पर गिर पड़ा और तड़पने लगा। गोलीबारी होने के बाद मां व बीवी भी आ गयी थी। गोलीबारी में वे लोग बाल-बाल बच गये। मां और बीवी मदद के लिए आसपास के लोगों से गुहार लगाते रहे, लेकिन किसी की हिम्मत नहीं हुई कि वे लोग बाहर निकलें। मुजरिमों के भागने के बाद पड़ोस के लोग बाहर निकले और पुलिस को इत्तिला दी।