अपराधों को धर्म के नाम पर जानबूझ कर बाँट रहे देश के नेता

लखनऊ: हर दिन ही धर्म के नाम पर हो रहे विवादों से लगता है कि  देश अब जाति और धर्म से ऊपर उठ कर सोच ही नहीं पा रहा है।  एक तरफ जहाँ माना जाता है कि पीड़ितों की कोई जाती नहीं होती वहीँ केंद्रीय मंत्री ने इस पर केवल मुस्लिमों की चिंता जता कर एक बार फिर से राजनीती को गरमा दिया है। देश में कानून जहाँ सिर्फ क्राइम और उसके आरोपियों को देखता है वहीँ नेता इसे जाति में बाट देते हैं। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में विकास पर्व में शामिल होने आए केंद्रीय कानून मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने इस बार मुस्लिमों पर बढ़ रहे कानूनी दबाव पर चिंता जाहिर की और कहा कि मु्स्लिम युवाओं को झूठे आरोप में गिरफ्तार करना सचमुच चिंता का विषय है।  इन्हें गिरफ्तार करने के बाद जब सबूत नहीं मिलता है तो उन्हें छोड़ दिया जाता है। लेकिन अब लॉ कमीशन मुस्लिम युवाओं को इस तरह गिरफ्तार करने को लेकर आपराधिक प्रक्रिया में बदलाव की तैयारी का मन बना रहा है जिससे इन्हें परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। मुस्लिमों की बात करते हुए कानून मंत्री यह भूल गए कि खास कर उत्तर प्रदेश में पुलिस किसी भी वर्ग के लोगों को बिना कारण के ही उठा लेती है मारती पीटती है उनके ऊपर गलत तरीके से आपराधिक मुक़दमे कायम करती है।