अपॊज़ीशन और हुकूमत के दरमयान तात्तुल बरक़रार, लोक सभा और राज्य सभा में नारा बाज़ी

नई दिल्ली,०२ दिसम्बर: ( पी टी आई) एफडी आई के मसला पर पार्लीमैंट की कार्रवाई मुसलसल आठवें दिन भी मफ़लूज रही। हुकूमत और अपॊज़ीशन के दरमयान तात्तुल बरक़रार हैं।

इस एहतिजाज में यू पी ए की हलीफ़ पार्टीयां तृणमूल कांग्रेस और डी एम के भी शामिल हुई हैं। रीटेल शोबा में बैरूनी रास्ता सरमाया कारी की इजाज़त देने हुकूमत के मुतनाज़ा फ़ैसले के ख़िलाफ़ एहतिजाज किया जा रहा हैं। मसला हल करने के लिए अपॊज़ीशन से रुजू होने हुकूमत की कोशिश के बावजूद अपॊज़ीशन ने मल्टी ब्रांड रीटेल शोबा में 51 फ़ीसद एफडी आई की इजाज़त का फ़ैसला ख़तन करने के लिए अपने मुतालिबा पर क़ायम रहने का ऐलान किया।

वाहिद ब्रांड रीटेल शोबा में 100 फ़ीसद बैरूनी रास्त सरमाया कारी की इजाज़त दी गई है। अपोज़ीशन ने तहरीक इलतिवा के तहत ऐवान में मुबाहिस के लिए ज़ोर दिया है। राज्य सभा और लोक सभा में इस मसला पर ग़ैर पारलीमानी मुनाज़िर देखे गए जहां अपोज़ीशन अरकान नारा बाज़ी करते हुए ऐवान के वस्त में पहुंची।

इन अरकान में से कई अरकान के हाथों में एफडी आई फ़ैसले के ख़िलाफ़ प्ले कार्ड्स थी। ये अरकान अलैहदा रियासत तॆलंगाना और मिला प्रियोर डैम की सलामती जैसे मसाइल पर नारे लगा रहे थॆ। लोक सभा में बाएं बाज़ू और तृणमूल कांग्रेस के अरकान को ऐवान के वस्त में पहुंच कर अपने बी जे पी के हम मंसबूबों के साथ एफडी आई पर हुकूमत के फ़ैसले के ख़िलाफ़ नारे लगाते हुए देखा गया। डी ऐम के अरकान भी नशिस्तों से उठ खड़े हुए और एफडी आई फ़ैसले के ख़िलाफ़ एहतिजाज किया और इस मौज़ू पर बेहस के लिए ज़ोर दिया।

गड़बड़ उस वक़्त शुरू हुई जब स्पीकर मीरा कुमार ने साबिक़ रुकन हरीश कुमार गंगवार के इंतिक़ाल पर ताज़ियती पयाम पढ़ कर सुनाया। स्पीकर के पयाम ख़तन होते ही अना डी ऐम के अरकान ने मिला प्रियोर डैम के मसला पर एहतिजाज किया। रानमोल कांग्रेस अरकान भी एफडी आई पैर एहतिजाज कर रहे थॆ।

बी जे पी अरकान इस मसला पर तहरीक इलतिवा के लिए ज़ोर दे रहे थी। शोर-ओ-गुल के बावजूद स्पीकर ने वकफ़ा-ए-सवालात का आग़ाज़ किया लेकिन शोर-ओ-गुल के बाइस कुछ सुनाई नहीं दे रहा था। ग़ैर पारलीमानी मुनाज़िर जारी रहे जिस पर मीरा कुमार ने दोपहर तक कार्रवाई मुल्तवी की।

जैसे ही ऐवान की कार्रवाई का दुबारा आग़ाज़ हुआ, शोर-ओ-गुल बरक़रार रहा। डिप्टी स्पीकर क्रय मुंडा ने ऐवान में नज़म-ओ-नसक़ को बिगड़ता हुआ देख कर कार्रवाई दिन भर के लिए मुल्तवी करदी। राज्य सभा में भी एफडी आई की इजाज़त देने के फ़ैसले के ख़िलाफ़ नारा बाज़ी हुई। वकफ़ा-ए-सवालात मुअत्तल करने का मुतालिबा किया गया। एफडी आई वापिस लो के नारे लगाए गयॆ। शोर-ओ-गुल की वजह से नायब सदर नशीन रहमान ख़ान ने राज्य सभा की कार्रवाई भी मुल्तवी की गई।