नई दिल्ली । 4 जुलाई । ( पी टी आई ) बी जे पी की क़ाइद सुषमा स्वराज के उत्तराखंड हुकूमत को बरतरफ़ करने के मुतालिबे पर कियोंकी ये हुकूमत सैलाब के सानिहा से निमटने में नाकाम रही है , रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए कांग्रेस ने आज कहा कि अपोज़ीशन को राहत रसानी कामों पर सियासत करने से गुरेज़ करना चाहीए ।
कांग्रेस की जनरल सेक्रेटरी अमबिका सोनी जो कल हिंद कांग्रेस की इंचार्ज बराए उत्तराखंड हैं कहा कि चूँकि अरकाने असेम्बली और अरकान पार्लियामेंट ने भी अब नए निज़ाम के तहत राहत रसानी से यकजहती ज़ाहिर की है , सियासत का सवाल ही कहाँ पैदा होता है । ये अरकान पार्लियामेंट और अरकाने असेम्बली किसी भी सियासी पार्टी के होसकते हैं।
उन्होंने कहा कि उनके ख़्याल में ये एक बद बख्ताना बात है कि इस मरहले पर एसा मुतालिबा पेश किया जा रहा है जबकि राहत रसानी के दूसरे मरहले का अभी अभी आग़ाज़ हुआ है । हमें राहत रसानी को सियासी रंग देने से गुरेज़ करना चाहीए । अमबीका सोनी प्रेस कान्फ़्रैंस से ख़िताब कररही थीं।
उन्होंने कहा कि आला सतही क़ाइदीन उसे तबसरा कररहे हैं कियोंकी हर शख़्स बेहतर तरीकों की तजवीज़ पेश कररहा है । ये एक इजतिमाई सानिहा है जो इन तमाम यात्रियों को पेश आया जो मंदिर गए थे । उसे हालात में जज़बात को सियासी रंग देना नामुनासिब है । दरहक़ीक़त ये उनके जज़बात से खिलवाड़ है जो इस सानिहा का शिकार हुए ।
एसा बयान क़तई दुरुस्त क़रार नहीं दिया जा सकता । सुषमा स्वराज ने पीर के दिन अपने टोइटर पर मुतालिबा किया था कि हुकूमत उत्तराखंड को रियासत के बोहरान से निमटने में नाकामी और नाएहली की बिना पर बरतरफ़ करदिया जाना चाहीए । उत्तराखंड के सानिहा पर कांग्रेस और बी जे पी के दरमियान लफ़्ज़ी जंग शिद्दत इख़तियार करगई है ।
गुज़श्ता दो दिन में बी जे पी ने दावा किया कि मुल्क को मर्कज़ और विजय बहू गुना हुकूमत के सूरत-ए-हाल से निमटने में नाकामी का मुशाहिदा हुआ । राहुल गांधी पर तन्क़ीद करते हुए बी जे पी के तर्जुमान शाहनवाज़ हुसैन ने कल कहा था कि मुल्क की इंतेहाई अहम शख्सियत उत्तराखंड के दौरे पर गई थी लेकिन हमारे क़ाइदीन को दौरे से रोक दिया गया।
अमबीका सोनी ने इस के जवाब में कहा कि मर्कज़ी वज़ीर दाख़िला सुशील कुमार शिंदे ने सानिहा के दौरान अहम शख़्सयात को दौरे की इजाज़त इस लिए नहीं दी थी कि इस से राहत रसानी मुतास्सिर होसकती थी । अब किसी के दौरे पर भी कोई इमतिना नहीं है कियोंकी राहत रसानी काम मुश्किल हालात के बावजूद जारी रखा जाने का एहसास हो चुका है ।
फ़िलहाल कार के ज़रीये उत्तराखंड जाने की कोई सड़क मौजूद नहीं है। दोनों पार्टियां क़ाइदीन चीफ मिनिस्टर गुजरात नरेंद्र मोदी के और नायाब सदर कांग्रेस राहुल गांधी के पहाड़ी रियासत के दौरे के सिलसिले में बाहम उलझ चुके हैं। मोदी पर दरपर्दा तन्क़ीद करते हुए सोनी ने कहा कि राहत रसानी में कई चीफ मिनिस्टर शामिल थे लेकिन किसी ने भी इतनी कसीर तादाद में मुतासरीन को बचाने का दावा नहीं किया । बी जे पी ने कांग्रेस पर इल्ज़ाम आइद किया था कि वो राहत रसानी के कामों का सहरा अपने सर बांधना चाहती है ।