अप्पोज़ीशन जमातें क़बल अज़ वक़्त इंतिख़ाबात केलिए बेचैन

बाअज़ ताक़तें इस्तिहकाम शिकनी के दरपे यू पी ए हुकूमत पाँच साला मीयाद मुकम्मल करेगी, अप्पोज़ीशन मज़ीद ढाई साल इंतिज़ार करे
ज़हीरउद्दीन अली ख़ां
वज़ीर-ए-आज़म के तय्यारा अर इंडिया वन से । 27 । सितंबर । वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने आज रात दावा किया कि अवाम ने उन की हुकूमत को पाँच साल के लिए मुंतख़ब किए हैं और यू पी ए हुकूमत अपनी मीयाद मुकम्मल करलेगी । डाक्टर मनमोहन सिंह ने न्यूयार्क में अक़्वाम मुत्तहदा की जनरल असैंबली के 66 वें इजलास से ख़िताब के बाद वतन वापसी के दौरान अपने साथ सफ़र करनेवाली हिंदूस्तानी मीडीया टीम से बातचीत करते हुए अप्पोज़ीशन को सख़्त तरीन तन्क़ीद का निशाना बनाया। बिलउमूम नरम गुफ़तार और पुरसुकून रहने वाले वज़ीर-ए-आज़म ने आज जारिहाना तीव्र का मुज़ाहरा किया । उन्हों ने इल्ज़ाम आइद किया कि बाअज़ ताक़तें क़ौमी सियासत में इस्तिहकाम शिकनी पैदा करने की कोशिश कर रही हैं। अप्पोज़ीशन जमात मुल्क पर वस्त मुद्दती इंतिख़ाबात मुसल्लत करने की अनथक कोशिशों में मसरूफ़ हैं। डाक्टर मनमोहन सिंह ने कहा कि अप्पोज़ीशन जमात को उन की हुकूमत की चंद कमज़ोर पहलूओं का पता चल गया है । चुनांचे अप्पोज़ीशन को ये ग़लतफ़हमी होगई है कि वो इस बुनियाद पर मुल्क में वक़्त से पहले आम इंतिख़ाबात मुसल्लत करसकती है लेकिन ऐसा नहीं होसकता। अवाम ने हमें पाँच साल के लिए मुंतख़ब किए हैं और हम अपनी मीयाद मुकम्मल करलींगे । उन्हों ने एतराफ़ क्या कहा को मत में बाअज़ खामियां मौजूद हैं जिन की इस्लाह करने की ज़रूरत है। वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने मुल़्क की मौजूदा सूरत-ए-हाल पर ग़ालिबन जरातमनदाना इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए यहां तक कह दिया कि उन्हें शुबा है कि बाअज़ दूसरी ताक़तें भी मलिक के सयासी निज़ाम और हुकूमत के इस्तिहकाम को दिरहम ब्रहम करने के दरपे हैं। ताहम उन्हों ने मुश्तबा दीगर ताक़तों की निशानदेही नहीं की । वज़ीर फ़ीनानस परनब मुकर्जी और वज़ीर-ए-दाख़िला पी चिदम़्बरम के माबैन मुबय्यना इख़तिलाफ़ात के तनाज़ुर में डाक्टर मनमोहन सिंह ने अदा-ए-किया कि वो अपने वुज़रा में ऐसी किसी बाहमी रसा कुशी से बाख़बर नहीं हैं जो मीडीया की तरफ़ से ब्यान की जा रही है। उन्हों ने कहा कि वुज़रा में लड़ाई की जो बातें आप कर रहे हैं वो दरअसल मीडीया की पैदावार हैं, ऐसी किसी लड़ाई का मुझे कोई इलम नहीं है। वज़ारत फ़ीनानस के ख़ौफ़ से जिस में कहा गया था कि 2008 -ए-में चिदम़्बरम बहैसीयत फ़ीनानस अगर 2G असपकटरम के हराज पुर इसरार किए होते तो ये अस्क़ाम ना होता, वज़ीर-ए-आज़म ने तनाज़ा को ख़तन करने की कोशिश कर तेहोए मिस्टर चिदम़्बरम को क्लीनचिट दिया। डाक्टर मनमोहन सिंह ने कहा कि उन्हें (चिदम़्बरम को) मेरा भरपूर एतिमाद हासिल है और बहैसीयत वज़ीर-ए-दाख़िला उन्हें मेरा ऐसा ही एतिमाद बदस्तूर हासिल रहेगा और मिस्टर (परनब) मुकर्जी को भी ऐसा ही एतिमाद हासिल है । मजलिस वुज़रा मैं अंदरून इख़तिलाफ़ात की अफ़्वाहों को मुस्तर्द करते हुए वज़ीर-ए-आज़म ने कहा कि ये एक फ़आल और मुत्तहिद हुकूमत है और अवाम को फ़आल-ओ-मूसिर हुक्मरानी फ़राहम करेंगे । मेरी काबीनहमीं इख़तिलाफ़ात या नाराज़गी के लिए कोई जगह नहीं है। उन्हों ने कहा कि काबीना में हमेशा ही खुले ज़हन के साथ बेहस मुबाहिस हुआ करते हैं। उन्हों ने कहा कि अगर किसी मसला पर वुज़रा की राय मुख़्तलिफ़ होती है तो इस का मतलब इत्तिहाद-ओ-इत्तिफ़ाक़ का फ़ुक़दान नहीं होता बल्कि इस से मूसिर फ़ैसला साज़ी में मदद मिलती है । डाक्टर मनमोहन सिंह ने कहा कि बहरहाल ऐसी कोई बात नहीं है जो हालिया चंद दिन से अख़बारों में लिखी जा रही है । डाक्टर मनमोहन सिंह दरअसल इस रेमार्क के ज़रीया चिदम़्बरम । परनब इख़तिलाफ़ात से मुताल्लिक़ मीडीया में गशत करनेवाली मुख़्तलिफ़ इत्तिलाआत का हवाला दे रहे थे। वज़ीर-ए-आज़म के दफ़्तर को ज़ारत फ़ीनानस की तरफ़ से रवाना करदा मुतनाज़ा नोट के बारे में उन्हों ने कहा कि वो इस नोट को पढ़ चुके हैं और रिकार्ड में महफ़ूज़ रखा गया है । मज़ीद बरआँ ये तमाम मुआमलात अब अदालत में ज़ेर दौरान हैं। चुनांचे उन पर तबसरा करना मेरे लिए मुनासिब नहीं होगा । अप्पोज़ीशन के रोल से मुताल्लिक़ मुख़्तलिफ़ सवालात पर वज़ीर-ए-आज़म ने जवाब दिया कि अप्पोज़ीशन जमातें वक़्त से पहले ही बेचैन होगई हैं और मुल्क पर क़बल अज़ वक़्त इंतिख़ाबात मुसल्लत करने के हीले बहाने तलाश कर रही हैं लेकिन मैं पार्लीमैंट में वाज़िह करचुका हूँ कि अवाम हमें पाँच साल के लिए मुंतख़ब किए हैं और अप्पोज़ीशन को चाहीए कि ख़त एतिमाद केलिए अवाम से रुजू होने के लिए मज़ीद ढाई साल इंतिज़ार करे।