अप्रैल से पहले होगी 18 हजार असातिज़ा की तकर्रुरी , काबीना ने दी मंजूरी

रांची : रियासत के सभी हाईस्कूलों के लिए अब एक ही तकर्रुरी दस्तूरुल अमल होगी। काबीना ने पीर को झारखंड सरकारी मिडिल स्कूल असातिज़ा और असातिज़ा मुलाज़िम की तकर्रुरी और सर्विस दस्तूरुल अमल को मंजूरी दे दी। इसके साथ ही 18 हजार असातिज़ा की तकर्रुरी का रास्ता साफ हो गया।
स्कूली तालीम और तालीम महकमा के सेक्रेटरी आराधना पटनायक ने कहा कि जिलों के लिए जल्दी ही रोस्टर बनाने की अमल शुरू होगी। महकमा की कोशिश है कि इसी माली साल में तकर्रुरी की अमल पूरी कर ली जाए। इस तकर्रुरी से सभी जमरे के हाईस्कूलों में खाली ओहदे पर असाजिता मिल जाएंगे।
जिन स्कूलों की एक दस्तूरुल अमल होगी, उनमें राजकीय मिडिल स्कूल, प्रोजेक्ट मिडिल स्कूल, राजकीयकृत मिडिल स्कूल, उत्क्रमित मिडिल स्कूल और क़ौमी मिडिल स्कूल तालीम मुहिम के तहत उत्क्रमित मिडिल स्कूल शामिल हैं। दस्तूरुल अमल के मुताबिक अब सभी हाईस्कूलों में प्रिन्सिपल, ग्रेजुएट तरबियत असातिज़ा, जिशमानी तालीम असातिज़ा, लेंगुवेज असाजिता और म्यूजिक असातिज़ा की जमरे होगी।

कुल खाली ओहदे में से 25 फीसद सीटों पर सरकारी असातिज़ा की तकर्रुरी होगी। वहीं 75 फीसद ओहदे की तकर्रुरी डाइरेक्ट तकर्रुरी से जाएंगे। ये तकर्रुरी मुलाज़िम सलेक्शन कमीशन या फिर सरकार की तरफ से होंगी। एक उम्मीदवार एक ही जिले से दरख्वास्त कर सकेंगे।

तकर्रुरी इम्तिहान दो हिस्सों में होगी। पहला 200 मार्क्स का जेनरल नॉलेज और हिंदी लैंगवेज़ की इम्तिहान ली जाएगी। वहीं 300 मार्क्स की दूसरी इम्तिहान उस सबजेक्ट की होगी, जिसमें तकर्रुरी होनी है। दोनों इम्तिहानात तीन-तीन घंटे की होगी। पहली इम्तिहान क्वालिफाइंग होगी। इसमें 33% मार्क्स लाना जरूरी होगा। दूसरे हिस्से की इम्तिहान की बुनियाद पर फेहरिस्त तैयार की जाएगी। इसमें भी 50% मार्क्स लाना जरूरी है। एससी-एसटी उम्मीदवारों के लिए यह 45% मुकर्रर की गई है।