अफगानिस्तान: तालीबान से चल रही अमन पर बातचीत फौरी तौर पर टली!

अफगान शांति वार्ता का पहला चरण अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। वार्ता में कौन शामिल होगा, इसे लेकर आम सहमति के अभाव में यह कदम उठाया गया। अगर यह वार्ता होती तो इसमें तालिबान और सरकार के अधिकारी पहली बार साथ बैठे दिखाई देते।

प्रभा साक्षी के अनुसार, वार्ता का आयोजन कर रहे कतर के सेंटर फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड ह्यूमैनटेरियन स्टडीज के निदेशक सुल्तान बरकत ने बृहस्पतिवार को वार्ता स्थगित होने की खबर ट्वीट करते हुए कहा की यह दुर्भाग्यपूर्ण रूप से अनिवार्य है कि इस पर आम राय बनाई जाए कि किसे बैठक में शामिल होना चाहिए।

अफगान और तालिबान के प्रतिनिधियों के बीच शुकवार को वार्ता होनी थी। इसे अफगानिस्तान में युद्ध समाप्त करने और वहां से अमेरिकी सैनिकों की वापसी की दिशा में समाधान ढूंढने की ओर पहला कदम बताया जा रहा था।

वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने बरकत के संगठन द्वारा घोषित भागीदारों की सूची का विरोध किया। कतर ने बृहस्पतिवार को 243 लोगों की सूची घोषित की। यह सूची गनी द्वारा दी 250 लोगों की सूची से अलग है।

गनी की सूची में कई महिलाएं शामिल थीं। तालिबान ने इस बारे में अभी टिप्पणी नहीं की है लेकिन उसके प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने बुधवार को सरकार के प्रतिनिधिमंडल की संख्या पर सवाल उठाए थे।