अफजल को फांसी के बाद कश्मीर में तशद्दुद , कर्फ्यू

श्रीनगर, 10 फरवरी: पार्लियामेंट हमले का गुनाहगार अफजल गुरू को फांसी दिए जाने की मुखालिफत में कश्मीर घाटी में तनाव फैल गया है। घाटी के मुख्तलिफ जगहों पर सेक्युरिटी फॊर्स और एहतिजाजियों के बीच हुई झड़प और संगबारी में 23 पुलिस अहलकार समेत 40 लोग जख्मी हो गए। चार लोग गोली लगने से जख्मी हुए हैं, लेकिन उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जाती है।

तनाव को देखते हुए हुकूमत ने तड़के ही पूरे कश्मीर में कर्फ्यू लागू कर दिया। इसके बावजूद कई जगहों पर लोग सड़कों पर उतर आए और मुज़ाहिरा करते रहे। वज़ीर ए आला उमर अब्दुल्ला और डीजीपी अशोक प्रसाद श्रीनगर में बदले हालात पर नजर रखने के लिए सुबह ही श्रीनगर पहुंचे।

साथ ही हालात का जायज़ा लेने के लिए पुलिस आफिसरों के साथ बैठक की। उमर अब्दुल्ला ने लोगों से अपील की है कि वे अपने जज्बातों पर काबू रखें और रियासत में अमन भंग करने का मौका न दें।

सुबह चार बजे से ही पुलिस और पैरामिल्ट्री फोर्स श्रीनगर समेत कश्मीर के तमाम जिलों की सड़कों पर उतर आए। अलगाववादियों ने अफजल की फांसी के मुखालिफत में चार दिन तक घाटी बंद रखने का ऐलान किया है।

अफजल के होम टाऊन सोपोर के अलावा बालामूला, खानपुरा, उड़ी हाईवे, लोअर मुंडा पर लोग कर्फ्यू तोड़ सड़कों पर उतर आए। सोपोर और खानपुर में सेक्युरिटी फोर्स के साथ हुई भिड़ंत में पुलिस की गोली से चार लोग जख्मी हो गए। बारामूला में लोग सड़कों पर उतर कर नारेबाजी करते रहे।

इससे पहले कल सुबह अफजल गुरू को फांसी दिए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर इंतेजामिया ने केबल टीवी, मोबाइल और इंटरनेट खिदमात को पूरी तरह से बंद कर दिया है। साथ ही श्रीनगर समेत वादी के मुख्तलिफ इलाकों में गैर मुअय्यना कर्फ्यू लगा दिया गया है।

सभी मुकामी केबल ऑपरेटरों से खिदमात रोक देने के लिए कहा गया है। साथ ही फेसबुक, ट्विटर और एसएमएस पर भी नजर रखी जा जा रही है।

कश्मीर यूनिवर्सिटी की ओर से हफ्ते को घाटी में होने वाली तमाम इम्तेहानात रद्द् कर दी हैं।

आल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस एमके सदर मीर वैज उमर फारूक ने अफजल को फांसी दिए जाने पर जम्मू कश्मीर में चार दिन के शोक का ऐलान किया है। मीर वैज ने अफजल की लाश उसके घर वालों को सौंपने की मांग भी उठाई है। हुर्रियत एमके तरजुमान शाहिद उल आलम ने रियासती आवाम से गुजारिश की है कि वह चार दिन तक अफजल को फांसी दिए जाने पर शोक मनाएं।