इस्लामाबाद्, 10 फरवरी: दिल्ली में पार्लियामेंट पर किए गए हमले में मुजरिम पाए गए अफजल गुरू को फांसी दिए जाने पर पाकिस्तान में मुजाहिरे हुए हैं।
खबर एजेंसी एएफपी के मुताबिक पाकिस्तान ज़ेर इंतेज़ाम कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में एहतिजाजियों ने फांसी की सजा की मुखालिफत की।
रिपोर्ट के मुताबिक मुजफ्फराबाद में करीब 400 एहतिजाजियों ने हिंदुस्तानी पर्चम जलाए और नारे लगाए। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में डेमोक्रेसी (Democracy) सिर्फ एक दिखावा है और वो अफजल गुरू के मिशन को जारी रखेंगे।
इस रैली का इंइकाद हिंद – ज़ेर इंतेजाम कश्मीर से पाकिस्तान ज़ेर इंतेज़ाम कश्मीर आए लोगों की नुमाइंदगी करने वाली तंज़ीम पासबान-ए-हुर्रियत ने किया था।
रिपोर्टे के मुताबिक हुर्रियत चीफ उज़ैर अहमद गजली ने फांसी पर तंकीद की और मुजफ्फराबाद वाकेय् संयुक्त राष्ट्र दफ्तर के बाहर मुज़ाहिरा करने का ऐलान किया। इस मौके पर पाकिस्तान-ज़ेर इंतेज़ाम कश्मीर में तीन दिन के शोक का ऐलान किया गया है।
मुकामी हुकूमत के सलाहकार मुर्तजा दुर्रानी ने एएफपी को बताया कि फांसी के मुखालिफत में रियासत का पर्चम आधा झुका रहेगा। उन्होंने कहा कि अफजल गुरू को ज़ालिम कानूनों के तहत फांसी दी गई और हिंदुस्तानी अदालतें मुंसिफाना नहीं हैं।
अफजल गुरू को दिल्ली 2001 में हिंदुस्तान के पार्लियामेंट पर हमले का मुजरिम पाया गया था। उन पर इल्ज़ाम था कि वो इस्लामी तंज़ीम जैश-ए-मोहम्मद के मेंबर हैं।
रिपोर्टों के मुताबिक लाहौर में एहतिजाजियों ने अफजल गुरू की फांसी के खिलाफ जमात-उद-दावा के कारकुनों ने एहतिजाज किए।
खबर एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक लाहौर में कई सौ एहतिजाजियों और पुलिस के बीच भिड़ंत भी हुई और लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस गोलों का इस्तेमाल करना पड़ा।