अफ़्ग़ानिस्तान में इस्तिहकाम की बहाली में हिंद-अमरीका इश्तिराक

नाटो फ़ौज 2014 के ख़त्म तक अफ़्ग़ानिस्तान से तख़लिया और सयान्ती ज़िम्मेदारी मुक़ामी फ़ौज को मुंतक़िल करने की तैयारी कर रही है। हिंदुस्तान और अमरीका के लिए ये एक तारीख़ी मौक़ा है कि वो अफ़्ग़ानिस्तान में इस्तिहकाम के दुबारा क़ियाम में मुशतर्का जद्द-ओ-जहद करें। लंदन के किंग्स कॉलेज के हर्ष वी पंथ ने अपनी एक रिपोर्ट में जिस का उनवान हिंदुस्तान की अफ़्ग़ानिस्तान के बारे में तबदीली होती हुई पॉलीसी इलाक़ाई और आलमी असरात में जो दिफ़ाई मुतालाजात इदारा की जानिब से अमरीका के फ़ौजी कॉलेज में जारी की गई, कहा गया है

कि अमरीका औरअफ़्ग़ानिस्तान एक नया बाब शुरू कर रहे हैं और हिंदुस्तान को ये मौक़ा हासिल करने से बेहद दिलचस्पी है जिस के ज़रीया वो अफ़्ग़ानिस्तान में काबिल-ए-एतिमाद मुल्क की हैसियत से सरगर्म रह सकता है।