अफ़्वाज की कमी की वजह से पूरे मुल्क का दिफ़ा नहीं कर सकते

शाम के सदर बशारुल असद ने तस्लीम किया है कि बाग़ीयों के ख़िलाफ़ लड़ाई में मुल्क के बेशतर इलाक़ों पर अपना कंट्रोल में बरक़रार रखने के लिए बाअज़ इलाक़ों में पस्पाई का सामना करना पड़ा है।

इतवार को सरकारी टी वी पर नशर होने वाले ख़िताब में सदर बशारुल असद दारुल हुकूमत दमिश्क़ में अकाबिरें से ख़िताब कर रहे थे। शाम में पाँच साल से जारी लड़ाई में बशारुल असद ने कुछ इलाक़ों में अपनी शिकस्त को तस्लीम किया है।

ख़िताब में सदर असद ने कहा कि मुल्क की फ़ौज में सिपाहीयों की कमी है। इस से क़ब्ल उन्हों ने फ़ौजी सर्विस से दूर रहने या फ़ौज छोड़कर भागने वालों के लिए आम माफ़ी का ऐलान किया था।

शाम में जारी ख़ानाजंगी में अब तक दो लाख 30 हज़ार से ज़ाइद अफ़राद हलाक हुए हैं और लाखों को नक़्ले मकानी करना पड़ी है। मुल्क के कई इलाक़ों में अब भी हुकूमती रिट क़ायम नहीं हो सकी है।