हैदराबाद । जनाब मुहम्मद रहीम उल्लाह ख़ां नियाज़ी साबिक़(पुर्व) चेयरमैन उर्दू एकेड्मी ओर सीनियर तेल्गुदेशम लिडर ने एलान किया कि एक माह के अंदर साबिक़(पुर्व) पुलीस कांस्टेबल अबदुलक़दीर को जेल से रीहा ना करने पर जनाब मुहम्मद रहीम उल्लाह ख़ां नियाज़ी हज़ारों नौजवानों के साथ 22 जून से मरण बरत कि शुरुआत करदेंगे । ताकि हुकूमत के ज़ुलम सितम और मुस्लिम दुश्मन पोलीसी के चेहरे से निक़ाब को खींच कर कांग्रेस के असली चेहरे को मुसलमानों के सामने बेनिकाब किया जा सके ।
जनाब नियाज़ी ने कहा कि कांग्रेस हुकूमत सज़ा मुकम्मल होने के बावजूद मज़लूम अबदुलक़दीर को जेल में कैद रख कर जम्हूरियत का क़तल कर रही है । उन्हों ने कहा कि अबदुलक़दीर को कोर्ट ने 14 साल की उम्र कैद सज़ा सुनाई थी । इन 14 साल की सज़ा पुरी हुए 8 साल होचुके है । 22 साल होचुके हैं । लेकिन अबदुलक़दीर आज भी जेल ही में कैद है ।
माँबाप अपने बेटे के ग़म में गुज़र गए । बीवी बच्चे ओर ख़ानदान के सदस्य इस हुकूमत के ज़ुलम बरबरीयत से बेबस ओर लाचार होचुके हैं । ख़ुद अबदुलक़दीर 22 साल सज़ा काटते हुए अब शदीद बीमार होचुके हैं और रियासती हुकूमत चीफ मिनिस्टर , वज़ीर दाख़िला , टस से मस नहीं होरहे हैं ।
उन्हों ने कहा कि ये जम्हूरियत का क़तल है अब मुसलमानान आंधरा प्रदेश इस ज़ुलम पर ख़ामोश तमाशाई बने नहीं रहेंगे । मुस्लिम पार्लीमेंट सदस्य , मुस्लिम असेंबली सदस्य , मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड की ख़ामोशी भी माना ख़ेज़ है । इस ज़ुलम के ख़िलाफ़ और अबदुलक़दीर की रिहाई के लिए मुसलमान एक हजाएं ।