हैदराबाद 25 फरवरी: हैदराबाद पुलिस ने 18 मई 2007 मक्का मस्जिद बम धमाकों और 21 फरवरी के दिलसुखनगर धमाकों में दो मर्तबा ज़ख़मी होने वाले पुराना शहर के एक नौजवान अबदुल वासे मिर्ज़ा को बेक़सूर क़रार दिया ।
जिस पर इब्तिदा-ए-में शक-ओ-शुबा का इज़हार किया गया था । इस धमाके में अबदुल वासे के पावं पर ज़ख़म आए हैं जिस को चंद माह पहले वीनकटादरी थेएटर के क़रीब चमड़े की अशीया फ़रोख़त करनेवाली एक दूकान में मुलाज़मत मिली थी और अब वो मलकपेट के यशोदा हॉस्पिटल में ज़ेर-ए-इलाज है ।
हैदराबाद पुलिस कमिशनर अनुराग शर्मा ने कहा कि दहश्तगरदों से अबदुल वासे का कोई ताल्लुक़ नहीं है । वो मक्का मस्जिद धमाकों में भी ज़ख़मी हुआ था । अबदाल वासे के वालिद शाहिद मिर्ज़ा ने कहा कि इन का बेटा बेक़सूर है ।
मक्का मस्जिद और दिलसुखनगर धमाकों में ज़ख़मी होना महिज़ एक इतेफाक़ है । पुलिस ने वासे से यशोधा हॉस्पिटल में भी पूछगिछ की थी बादअज़ां उस की तरफ़ से दिए गए जवाबात पर इतमीनान का इज़हार किया। अलावा अज़ीं दिलसुखनगर में उस की सरगर्मीयों के बारे में खु़फ़ीया रिपोर्ट की वसूली के बाद कहा गया कि इन धमाकों से इस का कोई ताल्लुक़ नहीं है।