नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस 2017 के मुख्य अतिथि शेख मोहम्मयद बिन जायेद अल नहयान, जोकि अबूधाबी के क्राउन प्रिंस और यूएई की सशस्त्र सेनाओं के डिप्टी सुप्रीम कमांडर हैं. वह राजधानी अबूधाबी के शहंशाह और यूएई के संस्थापक राष्ट्रपति शेख जायेद बिन सुल्ता्न अल नहयान के तीसरे बेटे हैं. बता दें कि भारत और यूएई के गाढ़े होते रिश्तों के बीच नहयान पिछले एक साल में दूसरी बार भारत के दौरे पर आए हैं.
शहजादा नहयान पहली बार अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में उस वक़्त आया जब उनका निकाह शहजादी सलामा बिंत हमदान से हुआ था. सन 1981 में हुए शहजादा नहयान की शादी इतनी खर्चीली थी कि अब तक की इतिहास में सबसे सर्वाधिक महंगी शादियों में शुमार की जाती है. जिसमे तकरीबन 100 मिलियन डॉलर (लगभग सात अरब रुपये) खर्च हुए थे.
उल्लेखनीय है कि यह शाही शादी का समारोह सात दिन तक चला था. बता दें कि नहयान के पिता ने शादी के दौरान 20 हजार मेहमानों के बैठने और रुकने के लिए एक विशेष स्टेिडियम बनाने का ऑर्डर दिया था. साथ ही शादी के दौरान राजकुमार ने शाही परंपरा के अनुरूप दान के रूप में अपनी जनता को उपहार दिए थे. यह भी कहा जाता है कि उनकी दुल्हन को तोहफे के रूप में जो गहने मिले थे, उनको 20 ऊंटों पर लादकर लाया गया था. सर्वाधिक महंगी शादी होने के चलते इसको गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान दिया गया.