अबूधाबी में जाली हिंदूस्तानी करंसी रैकेट ?

नई दिल्ली, ३० जनवरी (पी टी आई) उसे हक़ीक़ीत समझें या अफ़साना, या फिर क़िस्मत की ख़राबी कि बेल्जियम का एक शहरी नई दिल्ली में सयान्ती अमला के पास ये दरयाफ़त करने पहुंचा था कि इस के पास जो हिंदूस्तानी करंसी हैं, वो असली हैं या जाली?

इस के नतीजा में वो जेल पहुंच गया। इंदिरा गांधी इंटरनैशनल एयर पोर्ट पर यौम जमहूरीया को अबूधाबी से इत्तिहाद की परवाज़ से 22 हज़ार रुपये मालियती जाली हिंदूस्तानी करंसी के साथ पहुंचने वाले यूसुफ़ अलहदोसी को गिरफ़्तार कर लिया गया।

ताहम पुलिस का ख़्याल है कि वो बेक़सूर है और उसे एक मुनज़्ज़म रैकेट ने धोका दिया है, जो जाली हिंदूस्तानी करंसी फैलाने में मुलव्वस है और ऐसा मालूम होता है कि इस गिरोह की ये सरगर्मी मुत्तहदा अरब अमीरात के एक मुल्क अबूधाबी में फ़रोग़ पज़ीर है। ग़ालिबन उस को पाकिस्तान के फ़ौजी महिकमा सुराग़ रसानी एंटर सर्विसेज़ इंटेलीजेंस आई एस आई और अंडरवर्ल्ड की मदद भी हासिल है।

डिप्टी कमिशनर पुलिस आई जी आई ए रिपोर्ट आर ए रहमान ने कहा कि इस शख़्स को सिर्फ इस लिए गिरफ़्तार किया गया है, क्योंकि इस के पास जाली करंसी थी। इस की गिरफ़्तारी के बारे में बेल्जियम के सिफ़ारत ख़ाना को भी इत्तिला दी गई है।