अलक़ायदा इस्लामी मग़रिब ने पेशकश की है कि अगर बर्तानिया इंक़लाबी आलम दीन इर्दनी अबू खतावो को आज़ाद कर दे वो अग़वा किए हुए अंग्रेज़ को रिहा कर देंगे मगर उन्होंने साथ ही ख़बरदार किया कि वो आलम ए दीन को उन के वतन अरदन के हवाले ना करें।
इस्लामी वेबसाइट पर एक ब्यान में कहा गया है कि अगर बर्तानवी हुकूमत अपने शहरी स्टीफ़न माल्कम को आज़ाद कराना चाहते है
जो जुनूबी अफ़्रीक़ा के शहरी भी हैं तो उन्हें अबू खतावो को बिहार ए अरब के किसी मुल्क को सौपना होगा।
अगर बर्तानिया ने इस पेशकश को नजर अंदाज़ किया तो फिर उन्हें अबू खतावो को इर्दनी हुकूमत को सौंपने के नताइज भुगतने होंगे। मिस्र,तीवन्स, लीबिया और यमन में पिछले साल अवामी बग़ावत के बाद क़ियादत बदल चुकी है। इस अवामी बग़ावत को बिहार ए अरब का नाम दिया गया है।
इन बग़ावतों के बाद वहां इन इस्लाम पसंदों को इख़्तेयारात हासिल हो गए हैं जिन्हें पिछली मुतलक़ अल-अनान हुकूमतों ने कुचल रखा था। मैल्कम उन नौ योरोपी आदमीयों में शामिल है जिन्हें माली और नाइजीरया में अलक़ायदा की शाख़ ने सितंबर 2010 से गिरफ़्तार कर रखा है।
जनवरी में इस ने कहा था कि अगर फ़्रांस और इस के इत्तेहादियों ने शुमाली माली में उन के ठिकानों पर हमले किए तो वो उन्हें मार डालेंगे।