हैदराबाद।२८मई, ( सियासत न्यूज़ ) साबिक़ कांस्टेबल अबदुलक़दीर की रिहाई में रुकावटें पैदा करने को ज़बरदस्त सयासी साज़िश क़रार देते हुए सीनीयर कमीयूनिसट क़ाइद-ओ-साबिक़ रुकन राज्य सभा सय्यद अज़ीज़ पाशाह ने कहा कि अबदुलक़दीर की रिहाई से जिन को नुक़्सान पहुंचेगा वही अवामी नुमाइंदे क़दीर की रिहाई में सब से बड़ी रुकावट बने हुए हैं।
उन्हों ने इंसाफ़ के क़ाइदीन और कारकुनों से क़दीर की रिहाई के मुताल्लिक़ अवाम में शऊर बेदारी मुहिम चलाने की अपील करते हुए कहा कि डी आई जी सिराज उद्दीन ख़ान को गोली मार कर हलाक करने वाले पुलिस जवान की फ़ौरी रिहाई अमल में आजाती है मगरजज़बात में उठाए गए इक़दाम की सज़ा 22साल से ज़्यादा तवील करके जमहूरी निज़ाम को शर्मसार करने का काम किया जाता है। उन्हों ने मज़ीद कहा कि सी आर पी सी के तहत उम्र क़ैद की हद 14साल है मगर अब्दुलक़दीर को मुनज़्ज़म साज़िश के तहत चारता पाँचफ़र्ज़ी मुक़द्दमात में माख़ूज़ करके ताहयात क़ैद-ओ-बंद-ओ-सऊबतों की ज़िंदगी गुज़ारने पर मजबूर कर दिया गया है।
उन्हों ने अबदुलक़दीर की क़ैद-ओ-बंद की ज़िंदगी को हिंदूस्तान केजमहूरी निज़ाम पर एक बदनुमा दाग़ क़रार दिया। अज़ीज़ पाशाह ने पार्टी हेडक्वार्टर मख़दूमभवन में मुनाक़िदा तंज़ीम इंसाफ़ ग्रेटर हैदराबाद के कौंसल इजलास से ख़िताब के दौरान इन ख़्यालात का इज़हार किया। स्टेट जनरल सैक्रेटरी इंसाफ़ कामरेड नुसरत मुही उद्दीन, सदर ग्रेटर हैदराबाद मुहम्मद यूसुफ़, एसए मन्नान, शेख़ शमस उद्दीन, मुहम्मद सलीम ख़ान केइलावा इंसाफ़ के क़ाइदीन और कौंसल अराकीन भी इस मौक़ा पर मौजूद थी।
उन्हों ने हिंदूस्तान भर के मुस्लमानों की पसमांदगी का मुस्लिम अवामी नुमाइंदों को ज़िम्मेदार टहराते हुए कहा कि जिस क़ौम के मुस्लिम अरकान नुमाइंदगियों के बलंद बाँग दावे करते हैं इस क़ौम की हालत-ए-ज़ार में सुधार के लिए वो मुकम्मल तौर पर नाकाम हो चुकी है।