अब्दुल करीम टुंडा पर करनाल जेल में जानलेवा हमला, गला दबाकर मारने की कोशिश

नई दिल्ली: चालीस से अधिक बम विस्फोटों के आरोपी सैयद अब्दुल करीम टुंडा पर करनाल जेल में हमला हुआ है।  पुलिस ने बताया कि टुंडा पर दो कैदियों ने पर उस समय हमला किया जब चाय के दौरान किसी मुद्दे पर आपस में विवाद हो गया।

मंगलवार को टुंडा को कड़ी सुरक्षा के बीच पानीपत कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था। लगभग आधे घंटे की बहस के बाद करीम टुंडा को एक दिसंबर की तारीख दे दी गई और करनाल जेल में रखे जाने के निर्देश दिए गए थे। इससे पहले टुंडा को गाजियाबाद की डासना जेल में रखा गया था। बीती देर शाम को ही टुंडा को करनाल जेल में पानीपत कोर्ट में पेश करने के बाद भेजा गया था। माना जा रहा है कि गुरुवार को टुंड़ा को सजा सुनाई जा सकती है।

करनाल के पुलिस अधीक्षक पंकज नैन ने कहा कि हमलावर कैदियों ने टुंडा का गला घोंटने की कोशिश की, लेकिन जेल स्टाफ ने बचा लिया। फिलहाल टुंडा को भारी पुलिस सुरक्षा में चिकित्सा जांच के लिए स्थानीय अस्पताल ले जाया गया है। पुलिस ने बताया कि टुंडा पर हमला करने वाले कैदियों की पहचान अमनदीप और जोगिंदर के रूप में की गई है। करनाल सदर थाने के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। टुंडा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

गौरतलब है कि फिछले अप्रैल महीने में टुंडा को अदालत ने 1997 में दर्ज बम धमाकों से जुड़े दो अलग-अलग मामलों में बरी कर दिया था। अदालत ने टुंडा के खिलाफ सबूतों के अभाव में यह फैसला सुनाया था। उससे पहले टाडा कानून से जुड़े एक अन्य मामले में उसे बरी किया गया था।