बैंगलोर, 08 जनवरी: ( पी टी आई )केरला में पी डी पी क़ाइद अब्दुल नासिर मदनी जिन्हें 2008 में हुए सिलसिलावार बम धमाकों में मुबय्यना तौर पर मुलव्वस बताया गया था ओ जो यहां एक जेल में मुक़य्यद हैं , उन्हें ज़िया बत्तीस के ईलाज के लिए एक ख़ानगी हॉस्पिटल में शरीक किया गया है ।
दरीं असना प्राप्पना अग्राहारा जेल (Parappana Agrahara jail,) के अस्सिटेंट सुप्रीटेंडेंट ने बताया कि मदनी को यहां से क़रीब वाईटफ़ील्ड में वाकेय् सोघया हॉस्पिटल में शरीक किया गया है जहां उनका ज़िया बत्तीस और अमराज़-ए-चश्म का ईलाज किया जाएगा ।
अस्सिटेंट सुप्रीटेंडेंट ने कहा कि नासिर मदनी की अहलिया और फ़र्ज़ंद को उनके साथ हॉस्पिटल में रहने की इजाज़त होगी । याद रहे कि गुज़शता साल नवंबर में कर्नाटक हाईकोर्ट से मदनी की दरख़ास्त ज़मानत को मुस्तर्द कर दिया था लेकिन साथ ही साथ उन्हें ये रास्त ज़रूर फ़राहम की थी कि वो अपनी पसंद के किसी भी ख़ानगी हॉस्पिटल में पुलिस की निगरानी में अपना ईलाज करवा सकते हैं ।
गुज़शता हफ़्ता इसी सिलसिला में वज़ीर-ए-आला केरला ओम्मेन चंडी ने अपने कर्नाटक हम मंसब जगदीश शेटर (Jagadish Shettar) से मुलाक़ात करते हुए उनसे इस्तादा की थी कि वो मदनी को हर मुम्किना तिब्बी इमदाद फ़राहम करने में तआवुन करें । यहां इस बात का तज़किरा भी दिलचस्पी से ख़ाली ना होगा कि हुक्मराँ यू डी एफ़ और अपोज़ीशन एल डी एफ़ ने गुज़शता माह हुकूमत केरला से दरख़ास्त की थी कि मिस्टर मदनी के मूसिर ईलाज के लिए मुदाख़िलत की जाये और इस मुआमला में ख़ुद वज़ीर-ए-आला को शख़्सी दिलचस्पी लेनी चाहीए । ओम्मेन चंडी ने कहा था के किसी भी शख़्स पर मुक़द्दमा चलाए बगै़र उसे जेल में महरूस रखना सरासर ना इंसाफ़ी है ।