हुकूमत ए पाकिस्तान ने शुरू में सैयद इब्ने अब्बास को नई दिल्ली में अपना कमिश्नर बनाने का ख्याल बनाया था लेकिन फिर उसने अपना मन बदल लिया हुकूमत का मानना है कि अब्बास के पास इस अहम ओहदे के लिए काफी कम तजुर्बा है |
सरकारी ज़राये ने बताया कि दफ्तर खारेज़ा के साबिक तर्जुमान अब्दुल बासित के बारे में हुकूमत ने दस दिन पहले ही फैसला कर लिया था लेकिन आज रस्मी तौर पर फैसला किया गया बासित नई दिल्ली में साबिक सेक्रेटरी खारेजा सलमान बशीर से ऐसे वक्त में अहम जिम्मेदारी संभालेंगे जब पाकिस्तान के वज़ीर ए आज़म नवाज शरीफ हिंदुस्तान के साथ अच्छे बनाने के लिए काफी कोशिश कर रहे हैं |
पाकिस्तान ने सभी ज़ेर ए गौर मुद्दों का हल निकालने के मकसद से मुज़ाकरात बहाल करने का ऐलान किया है नयी दिल्ली में अब्बास को उनके ओहदे से न हटाने का कदम , दुनिया की अहम दारुल हुकुमतों में सफीरों की तैनाती को लेकर एक माह के अंदर किया गया चौथा बदलाव है |
अब्बास की तैनाती के लिए हुकूमत ए हिंद से रस्मी तौर पर राय मांगी गयी थी अब राय के लिए नये सिरे से हिंदुस्तान के पास दरखास्त भेजा जायेगा बासित को पिछले माह सेक्रेटरी खारेजा बनाये जाने के इशारे दिये गये थे उन्हें जलील अब्बास जिलानी की जगह लेना था जिन्हें अमेरिका का नया सफीर बनाया गया है |
दफ्तर खारेजा के तर्जुमान व इजाफी सेक्रेटरी खारेजा एजाज चौधरी को बेल्जियम व यूरोपीय यूनियन का सफीर बनाया जाना तय था अब उम्मीद की जा रही है कि उन्हें सेक्रेटरी खारेजा बनाया जायेगा बासित इससे पहले 2008-09 में जनरल डाय्रेक्टर और 2009-12 में इजाफी सेक्रेटरी (यूरोप) के तौर पर काम कर चुके हैं सफीर के तौर पर उनकी आखिरी तैनाती जर्मनी में थी |
मौजूदा हाई कमिशनर सलमान बशीर को नई दिल्ली में बने रहने को कहा गया था क्योंकि पंजाब के वज़ीर ए आला शहबाज शरीफ पिछले हफ्ते हिंदुस्तान के दौरे पर गये हुए थे |