बंगलादेश के मारूफ़ शायर रोज़ी ने जमाते इस्लामी के क़ाइद अब्दुल क़ादिर मुल्ला को सज़ाए मौत दीए जाने पर इत्मीनान का इज़हार किया। जंगी जराइम के मुर्तक़िब अब्दुल क़ादिर मुल्ला को सज़ाए मौत दीए जाने के बाद ही 1971 की जंगे आज़ादी के शहीदों को इंसाफ़ मिल गया।
उन्हों ने कहा कि ये हमारे लिए इंतिहाई कामयाबी की अलामत है और अब पूरा मुल्क मुत्तहिद है। इस तरह अब उन शहीदों को ज़रूर इंसाफ़ मिल गया है जिन्हों ने 1971 की जंगे आज़ादी के लिए अपनी जानें निछावर करदीं।
अब्दुल क़ादिर मुल्ला की सज़ाए मौत से बंगलादेश के मआशी हालात मज़ीद बिगड़ गए हैं जहां मुल्क के हर गोशे में जहां-जहां जमाते इस्लामी का असर है , एहतेजाज मुनज़्ज़म करने का सिलसिला जारी है और उस की वजह से बंगलादेश की 22 मिलियन डॉलर्स पर मुश्तमिल मलबूसात की सनअत शदीद तौर पर मुतास्सिर हुई है।