नई दिल्ली, 03 अप्रैल: आइंदा लोकसभा इलेक्शन में उत्तर प्रदेश में एक बार फिर कांग्रेस नायब सदर राहुल गांधी और वज़ीर ए आला अखिलेश यादव आमने सामने होंगे। अखिलेश कांग्रेस नायब सदर के मरकज़ी मदद के गलत इस्तेमाल के इल्ज़ामों का जवाब देने की तैयारी में हैं।
समाजवादी पार्टी के लीडर ने इस सिलसिले में सुबूत और आंकड़े जुटाते हुए मौका देखकर चौंका मारने की पालिसी बनाए बनाए है।
आइंदा लोकसभा इलेक्शन को देखते तल्ख होते जा रहे समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के रिश्तों की अगली कड़ी में जुबानी जंग का दौर राहुल और अखिलेश के बीच शुरू हो सकता है।
समाजवादी पार्टी के आला ओहदेदार् के ज़राए ने बताया कि अखिलेश जल्द ही राहुल गांधी पर सीधा निशाना लगाते हुए मरकज़ी हुकूमत पर रियासत की ओर से मांगे गए माली पैकेज की आधे से ज्यादा रक़म न देने का इल्ज़ाम आइद करेंगे ।
अखिलेश इल्ज़ाम लगा सकते हैं कि मरकज़ सयासी फायदे के चलते रियासत की तरक्की रोककर कांग्रेस को उनकी हुकुमत को बदनाम करने का मौका दे रही है।
सपा हुकूमत के आंकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश ने मरकज़ से लगभग 40 से 45 हजार करोड़ रुपये की मांग की थी, जिसमें से 20 हजार करोड़ की प्रोजेक्टों/मंसूबे को ही मंजूरी मिली है। जबकि बाकी प्रोजेक्टो पर काम रोक दिया गया है।
ज़राए का कहना है कि रायबरेली को एम्स के लिए दी गई जमीन का मुद्दा भी अखिलेश जोर शोर से उठाएंगे। वह कहेंगे कि हम बिना किसी भेदभाव के काम करते हैं।
पेशरू (Predecessor) मायावती सरकार ने रायबरेली में जमीन देने का काम रोक रखा था। मगर हमने ऐसा नहीं किया।
सपा हुकूमत यह भी कहेगी कि वह रियासत में चार एम्स बनाने की मांग कर रही है। इसके लिए जमीन देने के लिए भी तैयार है। मगर रायबरेली के अलावा मरकज़ी हुकूमत कहीं और एम्स बनाने में दिलचस्पी नहीं ले रही है।
साथ ही अखिलेश लखनऊ से रायबरेली की चार लेन के हाई वे की तामीर की बात भी उठाएंगे। वह मरकज़ पर इल्ज़ाम लगाएंगे कि मरकज़ी हुकूमत रायबरेली तक हाई वे बनाने के लिए तैयार है।
लेकिन मरकज़ इसे इलाहाबाद तक जोड़ने में टालमटोल कर रही है। ऐसे ही कई इल्ज़ाम अखिलेश मरकज़ पर लगाकर कांग्रेस को घेरने की तैयारी में है।
उधर, समाजवादी पार्टी के लीडर नरेश अग्रवाल ने कहा कि वज़ीर ए आला ने समाजवादी पार्टी एमपीज ( MPs) को निजी तौर से मुलाकात कर वादा किए थे कि वह जल्द ही यूपी को लेकर एक बैठक करेंगे। मगर अभी तक कोई बैठक नहीं हुई जिससे साफ साबित होता है कि मरकज़ी हुकूमत यूपी की हुकूमत को बदनाम करना चाहती है।
बशुक्रिया: अमर उजाला