अब इल्ज़ाम और बुहतान तराशी बंद हो जाना चाहिए: नवाज़ शरीफ़

पाकिस्तान में सन 2013 के आम इंतिख़ाबात में धांदली की तहक़ीक़ात करने वाले अदालती कमीशन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इन इंतिख़ाबात में मुनज़्ज़म धांदली के सुबूत नहीं मिले हैं।

रिपोर्ट के इजरा के बाद पाकिस्तान के वज़ीर-ए-आज़म नवाज़ शरीफ़ ने कहा है कि तहक़ीक़ाती कमीशन के फ़ैसले से पाकिस्तान नए दौर में दाख़िल होगया है और इल्ज़ामात और बुहतान तराशी का बाब अब बंद होना चाहिए।

सुप्रीम कोर्ट के चीफ़ जस्टिस नासिर-उल-मलिक की सरबराही में बनाए गए तीन रुकनी जूडीशल कमीशन की रिपोर्ट जुमेरात को इस्लामाबाद में जारी की गई है। इस अदालती कमीशन ने तक़रीबन साढे़ तीन माह तक चलने वाली कार्रवाई में 80 से ज़्यादा समाअतों के दौरान 70 से ज़ाइद गवाहान के बयानात सुन कर ये फ़ैसला दिया है।

रिपोर्ट के मुताबिक़ कमीशन इस नतीजे पर पहुंचा है कि सन 2013 के आम इंतिख़ाबात क़ानून और आईन के मुताबिक़ हुए और उन के नताइज अवामी मैंडेट को जाहिर करते हैं।

अदालती कमीशन ने ये भी कहा है कि कार्रवाई के दौरान इस के सामने ऐसे कोई सबूत नहीं लाए गए जिस से ये ज़ाहिर होता हो कि धांदली की मंसूबा बंदी की गई।