त्रिपुर, और महाराष्ट्र के बाद अब चेन्नई शहर के तेयनामपेट इलाके में भीड़ ने बच्चा चोरी करने के संदेह में बिहार के दो मजदूरों को बुरी तरह से पीट दिया। शनिवार शाम को हुई इस घटना में दोनों मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। दोनों का इलाज स्टैनली मेडिकल कॉलेज में कराया जा रहा है। वहीं इस मामले में एक की गिरफ्तारी हुई है।
पुलिस की मानें तो दोनों मजदूर चेन्नई मेट्रो के लिए काम करते हैं। इनका नाम बी गोपाल साहू और के विनोद बिहारी है। दोनों को स्टैनली मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है। डॉक्टरों का कहना है कि दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है।
जांच अधिकारी ने बताया कि गोपाल और विनोद अपने साथी मजदूरों के साथ मेट्रो साइट से लौट रहे थे। स्थानीय लोगों को संदेह था कि ये लोग एक बच्चे का अपहरण करना चाहते हैं। इसी शक के आधार पर भीड़ ने उन्हें बुरी तरह पीट दिया। बताते चलें कि तमिलनाडु में 14 अप्रैल से 10 मई के बीच पांच लोग भीड़ के शिकार हो चुके हैं।
इससे पहले महाराष्ट्र के धुले जिले में रविवार को हजारों लोगों की भीड़ ने बच्चा चोरी के शक में 5 लोगों को पीट-पीटकर मार डाला। मारे गए पांचों लोग घुमंतू कबीले के थे जो सोशल मीडिया पर फैली अफवाह के शिकार बन गए।
सोशल मीडिया पर बच्चा चोर गिरोह के बारे में झूठी जानकारी वाले वीडियो और संदेशों से 20 मई से अब तक देशभर में 14 लोगों की हत्या हो चुकी है। पिछले दो महीनों में पश्चिम बंगाल, असम, त्रिपुरा, गुजरात, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और ओडिशा में इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। हालांकि पुलिस ने चेतावनी दी है कि लोग ऐसी अफवाहों पर विश्वास न करें। पिछले हफ्ते, त्रिपुरा के सबरूम शहर के लोगों ने नकली सूचना के खिलाफ मेगाफोन पर चेतावनी दे रहे सुकांता चक्रवर्ती की डंडों और ईंटों से मारकर हत्या कर दी थी। वहीं, त्रिपुरा के पश्चिम क्षेत्र मोहनपुर के मुराबारी में बच्चा चोर गिरोह के शक में एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी जबकि तीन अन्य घायल हो गए थे।