अब जंग के मैदान और सरहद की निगरानी भी करेंगी हिंदुस्तान की बेटियां

नई दिल्ली: भारत सरकार ने आज देश की महिलाओं को आगे लाने और उनके लिए नए मौके तैयार करने के रुख में एक एहम फैसला लेते हुए महिलाओं को फ़ौज में सरहदों और लड़ाई के मैदान में लाने का ऐलान किया है।

हिन्दुस्तान की फ़ौज जिसकी गिनती दुनिया की सबसे बड़ी फौजों में की जाती है अभी तक ज़्यादातर कामों के लिए सिर्फ पुरुष कैंडिडेट्स को ही ले रही थी। भारतीय सेना (एयर फ़ोर्स, नेवी और आर्मी) में अभी तक महिलाओं की गिनती न के बराबर थी और उन्हें ज़्यादातर दफ्तरी कामों, खुफिआ विभागों और मेडिकल फील्ड में ही रखा जाता था।

लेकिन अब से महिलाओं को सरहदों की निगरानी करने और लड़ाई के मैदान में दुश्मन को मार गिराने का काम भी दिया जाएगा। महिलाओं को फिलहाल शार्ट सर्विस कमीशन के जरिये सेलेक्ट किया जाएगा और उन्हें हर मर्द कैंडिडेट के मुकाबले की ही ट्रेनिंग दी जाएगी।

इस मौके पर घोसना करते हुए देश के राष्ट्र्पति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि मेरी सरकार ने महिलाओं को फाइटर पायलट और शार्ट सर्विस कमीशन के तहत सेनाओं में अफसर बनने का मौका दिया है। आने वाले वक़्त में मेरी सरकार महिलाओं को सेना में हर रोल निभाने के लिए चुना करेगी। हमारे देश में शक्ति जिसका मतलब ताकत होता है, औरत का एक रूप है। यही शक्ति हमारी ताकत है।