अब प्राइवेट बैंकों से भी मिला करेगी रेलवे टिकट।

नयी दिल्ली: अब रेलवे टिकट लेने के लिए घंटों लम्बी लाइनों में खड़े रहना अब बीते दिनों की बात हो जाएगी। क्यूंकि भारतीय रेलवे ट्रेन टिकट बेचने के लिए प्राइवेट बैंकों के साथ करार करना शुरू कर दिया है। एक बार रेलवे के इस प्रोजेक्ट का पायलट रन हो जाने के बाद इस प्रोजेक्ट को पूरे देश लागू कर दिया जाएगा और मुसाफिरों को टिकट काउंटर की भीड़ से छुटकारा मिल सकेगा।

जानकारी के मुताबिक रेलवे प्राइवेट बैंकों के साथ डाक विभाग की तर्ज पर रेलवे टिकट बेचने की योजना नए साल में लागू करने जा रहा है। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर रेलवे ने एक निजी बैंक से करार भी कर लिया है। इसे अगले साल पेश होने वाले रेल बजट में घोषित किया जा सकता है।

आपको बता दें की इस से पहले रेलवे दूर दराज़ के इलाकों तक अपने रिजर्व्ड टिकट बेचने के लिए डाकघरों से भी करार कर चुका है। अब बड़े शहरों में रेलवे प्राइवेट सेक्टर के बैंकों के साथ टिकट बेचने की तैयारी कर रहा है। रेलवे बोर्ड के पैसेंजर मार्केटिंग विभाग के एक उच्च अधिकारी के मुताबिक पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर रेलवे ने जिस प्राइवेट बैंक के साथ करार किया है, उसे हर टिकट के बदले 10 रुपये बतौर सर्विस चार्ज दिए जाएंगे। इसके लिए बैंक एटीएम मशीन की तरह ही काम करने वाली रेलवे टिकट कीओस्क(मशीन) से अपना टिकट बनवा सकेंगे।

इस पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत में लखनऊ के चारबाग स्टेशन समेत देश के बड़े रेलवे स्टेशनों पर एटीएम लगाने वाले बैंकों को पहले ही कियॉस्क वाले एटीएम लगाने के हुकम दिए गए थे। इसके बावजूद इन बैंकों ने कियॉस्क वाले एटीएम नहीं लगाए थे। अब रेलवे प्राइवेट सेक्टर के बैंकों के साथ अपनी इस योजना को नए सिरे से लागू करने जा रहा है। इस पॉलिसी पर रेलवे अफसर अभी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं, लेकिन उनका मानना है कि रेल बजट 2016-17 में रेलमंत्री इस योजना की घोषणा कर सकते हैं।